नई दिल्ली । वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने बुधवार को आईपीआर संवर्धन और प्रबंधन सेल (सीआईपीएएम) के प्रतीक चिन्ह का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह एक महत्वाकांक्षी कार्य है जिसके अंतर्गत भारत की बौद्धिक संपदा से संबंधित गतिविधियों को रास्ते पर लाने की जरूरत है।
इस प्रतीक चिन्ह की अवधारणा राष्ट्रीय आईपीआर नीति के नारे ष्रचनात्मक भारत, अभिनव भारतष् को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। जबकि प्रतीक चिन्ह ष्आईपीआर संवर्धन और प्रबंधन सेलष् के लिए है जिसमें ष्आईष् और ष्पीष् का इस्तेमाल बौद्धिक संपदा “इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी” के अक्षरों को दर्शाने के लिए किया गया है।
अक्षर ष्आईष् ष्बौद्धिक इंटेलेक्चुअलष् को दर्शाता है जिसे एक पेंसिल से प्रस्तुत किया गया है जो रचनात्मकता की अभिव्यक्ति को दिखाता है और साथ ही में भारतीय तिरंगे जैसा है। अक्षर श्पीश् को वक्र किया गया है जो संपदा (प्रोपर्टी) को दर्शाता है तथा जिसे गियर द्वारा दिखाया गया है जो नई खोज और उद्योग को दर्शाता है।
सीआईपीएएम डीआईपीपी के तहत आने वाला एक पेशेवर संगठन है जिसका गठन मई 2016 में सरकार द्वारा अनुमोदित राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार नीति को लागू करने के उद्देश्य से ष्रचनात्मक भारत, अभिनव भारतष् के नारे के साथ किया गया था ।
सीआईपीएए सरकार के मंत्रालयों ध् विभागों और अन्य हितधारकों के साथ सहयोग करते हुए देश में आईपीआर के बारे में जनता में जागरूकता पैदा करने, सरलीकरण के माध्यम से आईपीआर दाखिल करने को बढ़ावा देने, अन्वेषकों को अपने आईपी परिसंपत्तियों का व्यवसायीकरण करने और राष्ट्रीय आईपीआर नीति के कार्यान्वयन में समन्वय की दिशा में काम कर रहा है ।