देहरादून। उत्तराखंड के मोरी तहसील में बादल फटने से बड़ा हादसा हो गया है। यहां अब तक इस हादसे में 17 लोगों की मौत (17 killed in cloudburst ) हो चुकी है। आपदा प्रबंधन के सचिव(प्रभारी) एस ए मुरुगेसन ने इस बात की जानकारी दी है।
उत्तरकाशी जिले के मोरी आराकोट क्षेत्र में आपदा सचिव अमित नेगी, आईजी संजय गुंजयाल और उत्तरकाशी डीएम आशीष चैहान सोमवार को मौके पर हालात का जायजा लेने पहुंचे।
सचिव आपदा अमित नेगी ने निर्देश दिए हैं कि गाड़, गदेरों (बरसाती नालों) में पानी बढ़ने से प्रभावित हुए किराणु, टिकोची, मोलडी में एसडीआरएफ की मदद से वैकल्पिक ब्रिज बनाया जाए।
वहीं आराकोट आपदा में घायल सोहन लाल पुत्र रुक लाल उम्र 48 और राधा पत्नी बालदास उम्र 42 को हेलीकॉप्टर देहरादून के सहस्रधारा हेलीपैड पर लाया गया। दोनों घायलों को यहां से 108 के माध्यम से दून अस्पताल भेजा गया है।
घायलों को एयरलिफ्ट कर मोरी पीएचसी लाया जा रहा
देहरादून अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को मरीजों के लिए सभी सुविधाओं से तैयार रखा गया है। सामान्य घायलों को एयरलिफ्ट कर मोरी पीएचसी लाया जा रहा है।
आराकोट के लिए हेलीकॉप्टर द्वारा हेलीड्रॉप पैकेट व आवश्यक दवाइयां भेजी गई हैं। इसके साथ ही वहां तीन मेडिकल टीमें भेजी गई हैं। मकोड़ी और दगोली में हेलीपैड बनाया जा चुका है। जहां जल्द ही राहत बचाव टीम के साथ जरूरी सामान भेजा जाएगा।
उत्तरकाशी में करीब 13 गांव आपदा से प्रभावित हुए हैं। रविवार देर शाम तक उत्तरकाशी के आराकोट और माकुड़ी से आठ लोगों के शव बरामद हो चुके थे।
सोमवार को मृतकों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। लेकिन आपदा प्रबधन सचिव के अनुसार अब तक आपदा में 17 लोगों की मौत होने की बात कह रहे है।
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