साउथ अमेरिका में कृषि को नुकसान से भारत को कैसे हो सकता है फायदा

Agriculture

सीधे कृषि ( Agriculture ) उत्पादन पर खतरा 

वक्त मौसम विज्ञान ला निना के विकास का अध्ययन कर रहा है। इसका असर फसलों पर होने जा रहा है। दक्षिण अमेरिकी देशों में यह प्रभाव फरवरी मैं थोड़ा दिखा या नहीं सीधे Agriculture उत्पादन पर खतरा है। भारत के लिहाज से वर्ल्ड वेदर इंक के अध्यक्ष ड्रू लर्नर यहां बारिश अच्छी होने जा रही है जो दाल की फसलों को फायदा देगी। यह दाल उत्पादन को बढ़ाने में सहायता करेगी।

भारत ना केवल दाल उत्पाद में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है बल्कि इसकी खपत भी यहां ज्यादा होती है क्योंकि यहां दाल चावल बहुत शौक से खाए जाते हैं। ऐसे में देश के लिहाज से यह अनुकूल साबित होगा। दूसरी और उत्तरी अफ्रीका , तुर्की और मध्यपूर्व आदि सुखे रहेंगे।

ला नि ना का असर साल के मध्य तक बना रहेगा, इसकी वजह से गर्मी पढ़ने जा रही है जबकि 2017 के लिहाज से यह महत्वपूर्ण तथ्य है कि भारत के फलौदी में 51 डिग्री सेल्सियस के रूप में पिछले वर्ष अब तक का सर्वाधिक तापमान रिकॉर्ड किया गया था। इस वर्ष भी गर्मी बहुत देखी जा रही है और आगे आने वाले महीने में दिन सामान्य से भी गर्म रहेंगे।

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