नई दिल्ली,। एयरइंडिया ने रविवार को एक नया रिकाॅर्ड स्थापित कर दिया। एयरइंडिया ने दिल्ली से सेन फ्रंसिको की प्रशांत महासागर के उपर से होकर गुजरने वाली अबतक की सबसे लम्बी यात्रा को संचालित किया। एयर इंडिया की फ्रलाइट ने दिल्ली से सैन फ्रंसिको की दूरी मात्र 14.5 घंटे में तय की।
एयर इंडिया का यह विमान दिल्ली से प्रशांत महासागर के रास्ते सैन Úांसिस्को पहुंचा जबकि अटलांटिक महासागर के रास्ते वापस दिल्ली आया। इस तरह इसने पृथ्वी का पूरा चक्कर भी लगाया।
आमतौर पर विमान अटलांटिक महासागर के रास्ते भेजा जाता है जिसमें ज्यादातर ये दूरी तय करने में फ्रलाइट को 17.5 घंटे लगते हैं। विमान ने 2 घंटे कम समय में ही इस यात्रा को पूरा कर लिया। यह विमान लगातार साढ़े सात घंटे तक समुद्र के ऊपर उड़ता रहा। बीते अगस्त में परिचालन के नियमों में किए गए बदलावों के बाद इस रास्ते से गुजरने की अनुमति दी गई है।
एयर इंडिया की पफलाइट संख्या 173 के कैपटन रजनीश शर्मा ने बताया कि हमने 15,140 किमी की यात्रा तय की जिसमें 14.30 घंटे लगे। इससे हमने अटलांटिक के मुकाबले करीब 13 टन ईंधन की बचत की। उन्होंने कहा कि एयरइंडिया अगले 6 महीने इस रुट का इस्तेमाल करेगा जिससे ईधन और समय की बचत होने के साथ ही कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आयेगी। उन्होंने कहा कि विशेष बात यह है कि 16 अक्टूबर को एयरइंडिया के 84वें जन्मदिन पर हमने यहां से उड़ान भरी थी जिसके बाद हमने अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा को पार किया और करीब 3 घंटे तक एक बार पिफर जन्मदिन बनाया।
उल्लेखनीय है कि पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की तरपफ घूमती है और हवा भी इसी दिशा में चलती है। पश्चिम की तरपफ उड़ना मतलब तेज हवा का सामना करना, जबकि पूर्व की तरपफ उड़ने से आसानी होती है। अटलांटिक के रास्ते सैन Úांसिस्को जाते समय आमतौर पर 24 किलो/घंटा की रफ्रतार से हेडविंड मिलती है, जिससे विमान देर से पहुंचता है।
उड़ान के वक्त इस विमान में चार पायलट रजनीश शर्मा, गौतम वर्मा, एमए खान और एसएन पालेकर के अलावा 10 क्रू मेंबर्स मौजूद थे। इस नए कीर्तिमान को बनाने के बाद सभी बेहद उत्साहित हैं।