नई दिल्ली। भारत टेलीकॉम निर्यात के लिए आसियान देशों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसी क्रम में आसियान भारत संबंधों के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में दूरसंचार उपकरण और सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (टीईपीसी) सोमवार को नई दिल्ली में आसियान देशों के दूरसंचार मंत्रियों और भारत के बीच एक अंतर-मंत्रलयी बैठक आयोजित कर रही है।
संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा दूरसंचार मंत्रियों, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और बांग्लादेश, कंबोडिया, लाओस पीडीआर, इंडोनेशिया और भूटान के उद्योग प्रमुखों के साथ भारत की ओर से विचार-विमर्श का नेतृत्व करेंगे। भारत सरकार ने भारत और आसियान क्षेत्र के बीच डिजिटल कनेक्टिविटी मजबूत करने में आसियान देशों के साथ भागीदार में गहरी रुचि दिखाई है। इन डिजिटल कनेक्टिविटी परियोजनाओं का सामरिक महत्व भी हैं और इनका आसियान और भारत के बीच अर्थव्यवस्था और सहयोग में एक परिवर्तनकारी प्रभाव हो सकता है। भारत इन परियोजनाओं के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जिसमें उच्च गति पफाइबर ऑप्टिक नेटवर्क, डिजिटल गांव, ग्रामीण ब्रॉडबैंड, राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क, सुरक्षित संचार नेटवर्क और कौशल विकास के लिए दूरसंचार प्रशिक्षण शामिल है। वहीं भारतीय कंपनियां अपने उच्चतम गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धी लागत वाले विश्व स्तर के उत्पादों और समाधानों को भारत जैसी समान आवश्यकताओं वाले आसियान क्षेत्र के ग्राहकों को निर्यात करने के लिए उत्सुक हैं। टीईपीसी भारत सरकार द्वारा समर्थित एक विशेष अंतरराष्ट्रीय बिजनेस एक्सपो इंडिया टेलीकॉम -2017 नई दिल्ली में शांगरी-ला के होटल इरोज में 21-22 फरवरी को आयोजित कर रहा है। इसमें 30 देशों से 100 से अधिक विदेशी उच्च प्रोफाइल आईसीटी उद्योग प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य एसएमई और स्टार्टअपस् सहित भारतीय दूरसंचार निर्यातकों को योग्य विदेशी खरीदारों से मिलाना है। यह विभिन्न देशों से आये खरीदारों और भारतीय निर्यातकों के बीच एक बैठक का अवसर प्रदान करेगा ताकि वह उन्हें अपने उत्पादों और प्रौद्योगिकी के समाधान के बारे में जानकारी दे सकें।