Betiyon ne di mukhangani
देहरादून। ग्रीन लॉन एकेडमी स्कूल (डाकरा व जैंतनवाला) की प्रेजीडेंट जमुना खत्री का विगत दिवस लम्बी बीमारी के बाद 73 साल की उम्र में देहांत हो गया। उनकी चिता को उनकी दो बेटियों ने मुखाग्नि दी। यह देख मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार में पहुंचे लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े।
स्व. खत्री लम्बे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थीं। वे तीन माह से आईसीयू में भर्ती थी। पूर्व में उन्होंने एक किडनी अपने भाई को दान कर दी थी। उनकी दो बेटियां हैं एक बेटी अर्चना थापा, ग्रीन लॉन एकेडमी में प्रिंसिपल हैं व दूसरी बेटी कामना एयर फोर्स में विंग कमांडर हैं। अभी वे नागपुर में पोस्टेट हैं। दोनों बेटियों ने मां को मुखाग्नि दी। दो वर्ष पूर्व इन दोनों बेटियों ने अपने पिता कर्नल एमएस खत्री की चिता को भी मुखाग्नि दी थी।
आज के समय में किसी भी रूप में बेटी पीछे नहीं है। बेटों से अधिक फर्ज बेटियां निभाती है। मुखाग्नि देने वाली बेटियों का कहना था कि जिस मां ने हमें जन्म दिया, उन्हें अंतिम विदाई देना बेटियों का भी कर्तव्य है, जो काम बेटा कर सकता है, वह बेटी भी कर सकती है।