” द वैली ऑफ डेथ ” ऐसी जगह जहां हजारों पक्षी करते हैं आत्महत्या Bird suicide
हिना आज़मी
दोस्तों, हम आए दिन खबरों में आत्महत्या की खबरें पढ़ते हैं, देखते हैं और सुनते हैं। आत्महत्या इंसान करता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिंदगी से इंसान परेशान नहीं है और सिर्फ वह आत्महत्या नहीं करता। हमारी दुनिया के कुछ पक्षी भी जिंदगी से हताश होकर आत्महत्या (Bird suicide) करते हैं। वह भी एक दो पक्षी नहीं, हजारों।
आज हम आपको इस स्थान के बारे में बताने जा रहे हैं ,जहां हजारों की संख्या में पक्षी आत्महत्या करते हैं। असम राज्य के मशहूर शहर गुवाहाटी से लगभग 330 किलोमीटर दक्षिण में एक जटिंगा नाम का गांव है ,जहां कितने ही पक्षी सुसाइड करते हैं। ऊंचे- ऊँचे पहाड़ और प्रकृति के मनोहारी दृश्य ,लोगों को कुदरत के करीब महसूस होने पर मजबूर कर देते हैं।
यहां प्रवासी पक्षी से लेकर स्थानीय पक्षी तक आत्महत्या करते हैं
यह जगह “वैली ऑफ़ डेथ” के नाम से जानी जाती है| यहां प्रवासी पक्षी से लेकर स्थानीय पक्षी तक आत्महत्या करते हैं। गांव के लोग मानते हैं कि यहां बुरी आत्माओं का साया है, जो उनके गांव पर पक्षियों के रूप में हमला करती है वैज्ञानको के पता लगाने पर यह बात सामने आई कि 1960 के दशक में, एक ब्रिटिश पर्यावरण प्रेमी एडवर्ड गी इस मामले को सबके सामने लाए।
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सलीम अली ( जो मशहूरपक्षी वैज्ञानिक थे) के साथ उस जगह गए थे। उन्होंने बताया कि ऊंचाई पर तेज हवा, दिशा भ्रम और कोहरा पक्षियों के मरने के लिए जिम्मेदार है। शोध में पाया गया कि पक्षी तेज हवा का बहाव सह नहीं पाते और हवा के तेज चलने पर दिशाभ्रमित होकर बांस या घरों की दीवारों से टकराकर या घायल हो जाते हैं या फिर मर जाते हैं।