समाज कल्याण की ऑडिट रिपोर्ट में मिले हजारो Bogus pension holder
हल्द्वानी। समाज कल्याण निदेशालय की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में 11700 पेंशन धारक फर्जी (Bogus pension holder) पाए गए हैं। इनमें अधिकांश की मौत हो चुकी है। जबकि कई महिलाएं पुनर्विवाह के बावजूद अब तक विधवा पेंशन ले रही थीं। यही नहीं, इनमें करीब एक सैकड़ा लोग दोहरी पेंशन हजम कर रहे थे।
हाल ही में ऑडिट के दौरान हुए खुलासे के बाद निदेशक समाज कल्याण मेजर योगेंद्र यादव ने रिकवरी के लिए संबंधित बैंकों से पेंशनधारकों के लेनदेन का ब्यौरा मांगा है। समाज कल्याण निदेशालय की ओर से इस वक्त प्रदेशभर के विभिन्न जिलों में छह लाख 59 हजार 420 पेंशनधारकों को विधवा, दिव्यांग, वृद्धा और दिव्यांग पेंशन दी जा रही है। सभी जिलों में ऑडिट के दौरान पेंशन के लेनदेन में चैंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं।
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मौत होने के बावजूद खातों में Pension की रकम ट्रांसफर हो रही
ताजा सोशल ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक 5752 पेंशनधारक ऐसे हैं, जिनकी मौत होने के बावजूद उनके खातों में पेंशन की रकम लगातार ट्रांसफर हो रही थी। इसके अलावा 5952 लाभार्थी अपात्र पाए गए। इनमें ज्यादातर अपने पते से गायब पाए गए हैं। इसके साथ ही 94 लोग दोहरी पेंशन और 169 महिलाएं पुनर्विवाह के बावजूद विधवा पेंशन हड़प रही थीं। निदेशालय ने संबंधित बैंकों से इन सभी पेंशन धारकों के खातों से हुए लेनदेन का ब्यौरा मांगा है।
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ऑडिट के दौरान पाया गया कि लाभार्थियों के खातों को जब आधार लिंक कराया तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया। समाज कल्याण निदेशालय में अभी प्रदेशभर से करीब 56 हजार पेंशन धारक ऐसे हैं, जिन्होंने आधार की जानकारी नहीं दी है। इनमें भी कई और अपात्र होने की संभावना जताई जा रही है।
हमने संबंधित बैंकों को रिकवरी के लिए पत्र लिखा है। कुछ राशि रिकवर भी हो चुकी है। सभी पेंशनधारकों के आधार की जानकारी के बाद पता चल पाएगा कि कुल कितने अपात्र पेंशन ले रहे हैं। -मेजर योगेंद्र यादव, निदेशक समाज कल्याण