Boulder fell on the workers living in the tent
रुद्रप्रयाग। Boulder fell on the workers living in the tent केदारनाथ धाम की पहाड़ियों में बर्फबारी तो धाम में सुबह और शाम के समय बारिश हो रही है। इसके साथ ही गौरीकुंड-केदारनाथ 18 किमी पैदल मार्ग पर भी जगह-जगह बोल्डर गिरने के साथ ही मलबा भी आ रहा है।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी में भूस्खलन होने के कारण एक टेंट में रह रहे 6 मजदूरों पर एक भारी बोल्डर गिर जाने से यहां रह रहे एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि पांच लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई।
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण दिक्कतें बढ़ रही हैं। केदारनाथ धाम की बात करें तो धाम के पीछे की चोटियों पर बर्फबारी जारी है। वहीं, केदारनाथ धाम में सुबह और शाम के समय बारिश हो रही है।
भारी बारिश और ठंड के बावजूद भी यात्री भारी संख्या में केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं। बारिश के बाद भूस्खलन का दौर भी एक बार फिर शुरू हो गया है।
पांच मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई
केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर जंगलचट्टी के निकट भूस्खलन के कारण टेंट के भीतर रह रहे 6 मजदूरों में से एक बोल्डर की चपेट में आ गया। जिसके कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई।
घटना के बाद एसडीआरएफ, पुलिस, डीडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। मजदूर के शव को गौरीकुंड लेकर आई। गौरीकुंड में पंचनामा भरने के लिए पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। यह मजदूर पैदल यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चर संचालन का कार्य करता था।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया जंगलचट्टी के पास कुछ घोड़ा-खच्चर मजदूरों ने टेंट लगाया हुआ था। सोमवार सुबह के समय ऊपरी पहाड़ी से गिरे पत्थर गिरने की चपेट में धनवीर पुत्र सांतु लाल उम्र 24 वर्ष निवासी कंडाली विकासखण्ड जखोली आ गया, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। टेंट के भीतर अन्य पांच लोग भी थे, जिन्होंने भागकर अपनी जान बचाई।
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