पणजी। बिजनेस के जरिये ही हम ब्रिक्स देशों के बीच बेहतर और मजबूत वाणिज्यिक संबंध कायम कर सकते हैं। ये आपसी साझेदारी ही ब्रिक्स देशों के समाज में खुशी और समृध्दि ला सकती है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में हो रही 8वीं ब्रिक्स समिट के दूसरे दिन ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद कहा। रविवार को ब्रिक्स समिट के दौरान ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के सदस्य ब्रिक्स सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मिले। ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिंनपिंग, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जूमा ने संयुक्त रुप से ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल की वर्तमान चैयरमेन ओंकार कंवर सहित सभी देशों के बिजनेस काउंसिल प्रतिनिधियों से मुलाकात की। श्री कंवर ने ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल की सालाना रिपोर्ट पेश करते हुऐ पिछले तीन साल में इसकी भूमिका के बारे में सभी राष्ट्राध्यक्षों को बताया।
इस मौके पर चीन के राष्ट्रपति ने कहा कि आर्थिक मंदी का खतरा अभी टला नहीं है, विकास दर अभी भी अपेक्षा से कम है, लेकिन फिर भी हम आशावादी है क्योंकि विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में हो रहे नित नए अविष्कार आने वाले समय में बहुत मददगार साबित होंगे। उन्होंने ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के सदस्यों से नए आइडियाज पर काम करने को कहा। वहीं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने कहा कि बिजनेस काउंसिल के सभी सात वर्किंग ग्रुप ने बहुत अच्छा काम किया है। अब हमें बीमा, बिजली उत्पादन, इंफ्रास्ट्रक्चर, एविएशन, एग्रीबिजनेस जैसे सेक्टर में आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने सभी ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल सदस्यों को ब्राजील में निवेश के आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि ब्राजील की अर्थव्यवस्था बेहतर हो रही है, ऐसे में उनके देश में निवेश सबके लिए फायदेमंद साबित होगा। वहीं रूस के राष्ट्रपति ने कहा बिजनेस काउंसिल ब्रिक्स देशों को जोड़ने का एक महत्वपूर्ण कारक साबित हुआ है। अब हमें आपस में बिजनेस फ्रेंडली आर्थिक नीतियों के लिए काम करना चाहिए, जिससे ब्रिक्स देश आपस में आसानी से व्यापार कर सकें।
इसी सत्र में ब्रिक्स देशों के अपने बैंक, एनडीबी (न्यू डेवेल्पमेंट बैंक) के अध्यक्ष और भारतीय बैंकर केवी कामथ ने बैंक की एक साल की रिपोर्ट पेश की। कामथ आईसीआईसीआई के प्रमुख रहे हैं।