Buddha Purnima पर रहेगी सार्वजनिक छुट्टी
देहरादून । राज्य सरकार ने बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) के सार्वजनिक अवकाश की तिथि में बदलाव किया है। इस त्योहार का सार्वजनिक अवकाश 30 अप्रैल को घोषित कर दिया गया है। प्रमुख सचिव (सामान्य प्रशासन) राधा रतूड़ी ने बताया कि पहले प्रदेश में बुद्ध पूर्णिमा का अवकाश 29 अप्रैल को तय किया था।
केंद्रीय कार्यालयों में भी 30 को ही बुद्ध पूर्णिमा की छुट्टी है। वैशाख मास की पूर्णिमा को मनाई जाने वाली बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन का काफी महत्व है। इस दिन को भगवान गौतम बुद्ध की जयंती और उनके निर्वाण दिवस दोनों के ही तौर पर मनाया जाता है। इसी दिन भगवान बुद्ध को बौध यानी ज्ञान प्राप्त हुआ था।
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वहीं हिंदुओं में पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन तीर्थ स्थलों में गंगा स्नान का लाभदायक और पाप नाशक माना जाता है। वैशाख पूर्णिमा का भी अलग अलग ही महत्व है। बताया जाता है कि इस माह होने वाली पूर्णिमा को सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में होता है। इतना ही नहीं चांद भी अपनी उच्च राशि तुला में होता है। कहते हैं कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन किए स्नान से कई जन्मों के पापों का नाश होता है।
इसी दिन को सत्य विनायक पूर्णिमा के तौर पर भी मनाया जाता है
माना जाता है कि वैशाख की पूर्णिमा को ही भगवान विष्णु ने अपने नौवें अवतार के रूप में जन्म लिया। यह नौवां अवतार था भगवान बुद्ध का। इसी दिन को सत्य विनायक पूर्णिमा के तौर पर भी मनाया जाता है। मान्यता है कि भगवान कृष्ण के बचपन के दोस्त सुदामा गरीबी के दिनों में उनसे मिलने पहुंचे। इसी दौरान जब दोनों दोस्त साथ बैठे थे, तो कृष्ण ने सुदामा को सत्यविनायक व्रत का विधान बताया था।
सुदामा ने इस व्रत को विधिवत किया और उनकी गरीबी नष्ट हो गई।इस दिन धर्मराज की पूजा करने की भी मान्यता है। कहते हैं कि सत्यविनायक व्रत से धर्मराज खुश होते हैं। माना जाता है कि धर्मराज मृत्यु के देवता हैं इसलिए उनके प्रसन्न होने से अकाल मौत डर कम हो जाता है।