Case against CM Trivandra singh rawat
विकासनगर। Case against CM Trivandra singh rawat जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि जून 2019 में आयोजित नीति आयोग की बैठक में प्रदेश में मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र रावत ने खुले मंच से घोषणा कर बताया कि वर्ष 2018 में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में किये गये|
एमओयू के सापेक्ष 109 प्रोजेक्ट्स पर 14545 करोड का निवेश हो चुका है, जबकि धरातल पर कुछ भी निवेश अब तक नहीं हुआ। यह प्रदेश की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है। त्रिवेन्द्र के पास उद्योग विकाग का जिम्मा भी है।

मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट में सरकारी धन को ठिकाने लगाकर कहा गया कि 673 एमओयू साईन हो चुके हैं तथा इनमें एक लाख चैबीस हजार करोड के लगभग निवेश होगा, जबकि ये सारा मामला हवा-हवाई था।
कर्ज में डुबोकर झूठी वाह-वाही लूटने का काम किया गया
प्रदेश को कर्ज में डुबोकर झूठी वाह-वाही लूटने का काम किया गया। नेगी ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट का ताजा अपडेट यह है कि 98 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है तथा इससे 13261 करोड का निवेश होगा, लेकिन ये धरातल पर कब उतरेगा, सरकार तक को मालूम नहीं।
मोर्चा ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पूर्व में भी माह मार्च 2019 में त्रिवेन्द्र व मदन कौशिक ने भी जनता को गुमराह कर धोखा देने का काम किया गया तथा चिल्ला-चिल्ला कर कहा कि 40 हजार करोड़ का निवेश हो चुका है।
मोर्चा ने कहा कि प्रदेश की जनता से झूठ बोलनेध्धोखा देने के मामले में सीएम त्रिवेन्द्र के खिलाफ मोर्चा केस दर्ज कराने हेतु राजभवन में दस्तक देगा। पत्रकार वार्ता में महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, विनोद गोस्वामी, सुशील भारद्वाज आदि थे।
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