धर्मशाला। विधानसभा में विपक्ष के हंगामे पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि विपक्ष ने जिस मुद्दे को लेकर चर्चा का नोटिस दिया था। वे सारे मामले न्यायालय में विचारधीन हैं। इसलिए उन पर चर्चा नहीं हो सकती। उन्होंने माना कि निचली अदालत ने भले ही उनके खिलापफ निर्णय दिया हो। लेकिन यह अंतिम निर्णय नहीं है और इसके खिलापफ उच्च अदालत में अपील की गई है। वीरभद्र सिंह ने उन पर बने मामलों को लेकर एक बार फिर से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनके बेटे अनुराग ठाकुर तथा केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली की मिली भगत बताया।
उन्होंने कहा कि इन्होंने विधानसभा चुनावों के समय भी मुझ पर कई तरह के झूठे मामले बनाने की साजिश की जिसे प्रदेश की जनता ने पूरी तरह नकार दिया। मुख्यमंत्री ने हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में क्रिकेट को कुछ एक माफिया लोग चला रहे हैं। यही वजह है कि डीडीसीए और एचपीसीए पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं। जिनमें न्यायालय में भी मामले लंबित हैं। उन्होंने कहा कि उन पर केन्द्र सरकार की शह पर मामले बनाए गए हैं। क्योंकि जिन एजेंसियों द्वारा जांच की जा रही है। वे सभी केन्द्र सरकार के अधीन हैं। इस बीच मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज एकाएक विधानसभा सत्र को छोड़कर दिल्ली दौर पर रवाना हो गए।