नई दिल्ली। मोदी सरकार के केंद्रीय गृह मंत्री किरण रिजिजू पर अरूणाचल प्रदेश के एक हाइड्रो प्रोजेक्ट में 450 करोड़ रूपये के घोटाले का आरोप लगा है। कांग्रेस ने दावा किया है कि रिजिजू के खिलाफ उनके पास सबूत है। और रिजिजू से इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस काॅफ्रेंस कर आॅडियों टेप जारी किया है जिसमें नाॅर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिकल पावर काॅर्पोरेशन (एनईईपीसीओ) के सेंट्र विजिलेंस अधिकारी रहे सतीश वर्मा एवं किरण रिजिजू के चचेरे भाई गोबोई रिजिजू के बी की बातचीत रिकोर्ड है। रणदीप ने किरण रिजिजू पर आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री किरण रिजिजू ने मंत्री पद का गलत इस्तेमाल करते हुए अपने ठेकेदार भाई को फायदा पहुंचाने का काम किया है।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक ऑडियो टेप जारी किया। कांग्रेस का दावा है कि इस ऑडियो टेप में नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिकल पावर कॉर्पोरेशन (एनईईपीसीओ) के सेंट्रल विजिलंस ऑफिसर रहे सतीश वर्मा और रिजिजू के कथित चचेरे भाई गोबोई रिजिजू के बीच की बातचीत है। सुरजेवाल ने यह भी दावा किया है कि इस टेप का अरूणाचल में सरकार गिराने की कोशिशों से भी संबंधित है।
इस आॅडियों टेप का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिकल पावर कॉर्पोरेशन (एनईईपीसीओ) के एक हाइड्रो प्रॉजेक्ट में रिजिजू के चचेरे भाई गोबोई रिजिजू सब-कॉन्ट्रैक्टर हैं, जहां इस प्राॅजेक्ट के लिए कंकर-पत्थर सप्लाई करने का कार्य करते हैं। कांग्रेस के अनुसार सेंट्रल विजिलंस अधिकारी के पद पर रहे सतीश वर्मा ने अपनी जांच रिपोर्ट में प्राॅजेक्ट में 450 करोड़ रूपये के घोटाले का जिक्र किया है।
रिपोर्ट में जिक्र किया है कि किस तरह फर्जी बिल बनाकर पेमेंट लिए जा रहे थे, एवं फर्जी नंबर के वाहनों से पत्थरों को ढाने का कार्य सिर्फ कागजों तक सिमित है। कागजों में जिन ट्रकों का इस्तेमाल दिखाया गया है वह नंबर स्कूटर और बाइक के पाए गए। एक ट्रक को एक ही वक्त में अलग-अलग जगहों पर काम करते हुए भी दिखाया जा रहा था। जांच में यह भी पाया गया कि जो पत्थर 5किमी से लाए जा रहे थे, उनके लिए भाड़ा 80किमी के हिसाब से लिया जा रहा था। इन तमाम गड़बड़ियों के बावजूद ठेकेदार को पेमेंट दी जाती रही। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि जो लोग इस तरह न्यूज फैला रहे हैं उन्हे जूते पड़ेंगे।