नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में गलती से एलओसी क्राॅस करने वाले भारतीय जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण को पाकिस्तान ने भारत को सौंप दिया है। जिसके बाद चंदू के गांव में जश्न का माहौल है।
गौरतलब है कि इंडियन आर्मी की सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ घंटे बाद ही 29 सितम्बर को चंदू चव्हाण गलती से एलओसी पार कर पाक सीमा में घुस गए थे। पाक रेंजर्स ने उन्हे मानकोट के पश्चिम में झंडरूट में अपने कब्जे में लिया था। इसके बाद खबरे आ रही थी कि चंदू को नियाकल के पाकिस्तानी आर्मी हेडक्वार्टर में रखा गया था। तब भारतीय फौज ने कहा था कि चंदू सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा नहीं है।
चंदू गलती से सीमा पार कर गया था। 12 जनवरी को रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भाम्बरे ने कहा था कि चंदू चव्हाण की घर वापसी के लिए पाक के साथ डीजीएमओ लेवल पर 20 से ज्यादा बार बातचीत हुई। पाकिस्तान जांच पूरी होने के बाद हमारे जवान को छोड़ने के लिए राजी हो गया था। चंदू महाराष्ट्र के धुले जिले का रहने वाला है। बचपन में माता-पिता की मौत हो गई थी। तब से तीनों भाई-बहन बोरविहिर में अपनी नानी के घर रह रहे थे। चंदू के पाकिस्तान में पकड़े जाने की खबर सुनकर एक हफ्ते के भीतर ही उनकी नानी का हार्ट अटैक से निधन हो गया था।