पटना । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश रूंगटा ने कहा कि छठ बिहार का एक महापर्व है । जिसे हर बिहारी चाहे जहां रहे पूरी पवित्रता एवं बड़े उत्साह से मनाना चाहता है । बिहार के मुख्यमंत्री छठ की शुभकामनाएं देना तो नहीं भूलते, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि बिना राशन एवं पैसे के छठ का पर्व कैसे होगा ? प्रांत में रहने वाले दलित, महादलित एवं बड़े बुजुर्ग इस पर्व को कैसे मनायेंगे ? शराबबंदी के फलस्वरूप राजस्व में आये गंभीर कमी के कारण कई जनकल्याण की योजनायों की राषि में अप्रत्याषित कमी कर दी गयी है । जिसका दुष्परिणाम यह हुआ है कि प्रांत में वर्षों से दिये जाने वाले वृद्धावस्था पेंशन कई महीनों से दीपावली, दशहरा एवं छठ जैसे पर्वों पर भी वृद्धजनों को नहीं मिल सका ।
केन्द्र सरकार द्वारा पर्याप्त मात्र में राशन उपलब्ध कराये जाने के बावजूद भी बिहार सरकार की असक्षम एवं भ्रष्ट वितरण व्यवस्था के कारण गरीब गुरवा एवं दलित और महादलितों को गेंहू एवं चावल नहीं मिला है । जिस कारण राज्य के गरीब परिवार चाह कर भी छठ पर्व करने में असमर्थ रहे । केवल पर्व की शुभकामनाएं देने से ही सरकार अपनी जिम्मेवारी से मुत्तफ़ नहीं हो सकती बल्कि सरकार का यह दायित्व हो जाता है कि वह इस बात की भी व्यवस्था करे कि प्रांत का कोई भी नागरिक सरकारी लापरवाही के कारण पर्व मनाने से वंचित न रह जाये । जिसे दाने पर भी आफत होगी वह छठ कैसे मनायेगा ?
बिहार सरकार अविलंब वृद्धवस्था पेंषन की राशि को जारी करे ताकि राज्य के बुजुर्गों को दूसरों के आगे हाथ न फैलाना पड़े । साथ ही समय से राज्य में राशन सभी गरीब एवं दलित बस्तियों में वितरित हो सके इसकी मुकम्मल व्यवस्था करे ।