फिल्म विरोध का समझौता कराने पर फडणवीस को आड़े हाथों लिया
मुंबइ । ऐ दिल है मुश्किल में बीच बचाव कर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपनी मुश्किलें बढ़ा ली हैं। राजठाकरे को अपने शासकीय बंगले पर बुलाकर समझौता कराए जाने पर कांग्रेस ही नहीं, भाजपा के सांसद सत्यपाल सिंह ने भी मुख्यमंत्री के कदम को गलत बताया है।
भाजपा सांसद ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री ने धमकी देने वाले के समक्ष सरकार को झुका दिया है। मुख्यमंत्री को अपने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करते हुए विरोधियों को सबक सिखाना चाहिए था। इसी तरह इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि फिल्म ऐ दिल है मुश्किल का प्रदर्शन पूरे देश में होने वाला था और यह प्रधानमंत्री के कार्यक्षेत्र का विषय था। राज्य में फिल्म प्रदर्शन के दरम्यान कानून व्यवस्था का पालन कराना ही मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में था। मुख्यमंत्री ने इस मामले में धमकी देने वाली वाह्य शक्ति से आगामी राजनीतिक फायदे को देखते हुए समझौता करवाया है। यह लोकशाही के लिए किसी स्तर पर उचित नहीं है। इसी तरह फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने मनसे को इस तरह धमकी दिए जाने की बजाय सीमा पर जाकर पाकिस्तान के साथ लड़ाई करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आम मुंबईकर जो मनसे की गुंडागिरी से परेशान है , उसे मुख्यमंत्री की समझौता नीति पसंद नहीं पड़ी है।