Chopped feet in polythene
देहरादून,। Chopped feet in polythene रायपुर थाना क्षेत्र में सौडा सरोली पुल के नीचे पॉलीथिन में कटा पैर मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस ने मानव अंग को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मानव अंग की अंगुलियां गायब होने से पुलिस की जांच सभी बिंदुओं पर चल रही है।
पुलिस की जांच में पैर को धारदार हथियार या मशीन से काटे जाने की बात सामने आई है। जानकरी के अनुसार शुक्रवार को दोपहर दो बजे एक व्यक्ति रायपुर थाना क्षेत्र में सौडा सरोली पुल के नीचे कबाड़ बीन रहा था। कबाड़ी ने देखा कि मौके पर एक पीले रंग की पॉलीथिन है।
कबाड़ी ने पॉलीथिन को खोलकर देखा तो उसके होश उड़ गए। पाया कि पॉलीथिन के अंदर कटा पैर है। कबाड़ी ने यह सूचना वहां मौजूद चुंगी पर तैनात कर्मचारी रघुबीर रमोला निवासी केसरवाला मालदेवता को दी।
इसकी सूचना एसपी सिटी सरिता डोभाल, एसओ दिलबर नेगी, चैकी प्रभारी दीपक पंवार मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। कुछ देर के बाद फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम ने वहां पहुंचकर जांच की और फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी की।
पैर को पुलिस ने कब्जे में लेकर कोरोनेशन अस्पताल भिजवाया है। एसओ दिलबर नेगी ने बताया कि कटा पैर घुटने के नीचे का हिस्सा है जो पुरुष का लग रहा है। मानव अंग के पोस्टमार्टम के लिए पंचनामा भरा गया है।
पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही
कोरोनेशन अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखकर विभिन्न सवालों के जवाब पूछे गए हैं। एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। पुलिस पालीथिन बिकने वाले स्थानों का पता कर रही है ताकि पता चल सके हाल फिलहाल कहां से पॉलीथिन खरीदी गई है।
पुलिस की जांच में यह सामने आया कि पैर को धारदार हथियार या मशीन से काटा गया है। पुलिस को आशंका है कि हो सकता है किसी हॉस्पिटल ने ऑपरेशन के दौरान पैर काटा हो तो नदी में फेंक दिया हो।
एसओ ने बताया कि इंटरनेट पर पॉलीथिन को चेक किया जिस पर पता चला कि उक्त पॉलीथिन सर्जिकल पन्नी की श्रेणी में आती है। एसओ ने बताया कि पैर पर मौजूद दो-तीन अंगुलियां गायब हैं। पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पता चला कि पॉलीथिन फटी हालत में नहीं थी।
शुरुआती जांच में पुलिस यह मानकर चल रही है किसी ने पुल से पॉलीथिन को नदी की ओर फेंका है लेकिन पॉलीथिन के नहीं फटने से इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है कि पॉलीथिन को नदी पर पहुंचने के बाद रखा गया हो। क्योंकि पालीथिन फटी नहीं थी। जानकारों की मानें तो दूर से फेंकने के बाद पालीथिन के फटने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। जबकि इस मामले में ऐसा नहीं हुआ।
जरा इसे भी पढ़े
विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे 4 लाख , आरोपी फरार
नकली दस्तावेज और पासपोर्ट फर्जीवाड़ा मामले में जांच शुरू
प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, चार आरोपी गिरफ्तार