अल्मोड़ा,। भाकपा माले के दो दिवसीय राज्य स्तरीय पार्टी स्कूल के अंतिम दिन वक्ताओं ने देश के वर्तमान हालातों पर गहरी चिंता जताई। समारोह के दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए राज्य सचिव राजेन्द्र प्रथोली ने कहा कि आज देश के सांप्रदायिक हालात अघोषित आपातकाल की तरह हो गये हैं। वक्ताओं ने यह भी कहा कि आज देश में हर विरोधी आवाज को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा की केन्द्र और राज्यों मे स्थित सरकारें स्थिति को सुधारने की बजाय इसे हवा दे रहे हैं।
सम्मेलन मे राज्य में शराब को लेकर चल रहे आंदोलन पर भी सरकार के रवैये को चिंताजनक बताया गया। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार के तीन वर्ष पूरे होने को हैं। इन तीन वर्षां में कारपोरेट लूट के सारे रिकार्ड टूट गये हैं। महंगाई और बेरोजगारी की मार दिनों दिन बढती जा रही है। विश्वविद्यालयों का गला घोंटा जा रहा है तो शिक्षण संस्थानों के खिलाफ युद्ध छेड़ा जा रहा है। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि गौरक्षा के नाम पर एक विशेष प्रकार के गिरोह अत्याचार मचा रहे हैं तो एंटी रोमियो स्कावाएड के नाम पर लंपटों की फौज नौजवानों पर हमले कर रही है। मोदी राज में वैचारिक असहमति के लिए कोई गुंजाइश नहीं बची है।