बहुमत को लेकर आशंका, दूसरे विकल्पों पर मंथन में जुटे कांग्रेसी रणनीतिकार

Congress strategists engaged in brainstorming on other options
कांग्रेसी नेता बैठक करते हुए।

Congress strategists engaged in brainstorming on other options

देहरादून। Congress strategists engaged in brainstorming on other options कांग्रेस मुख्यालय भवन में देहरादून जिले के सभी प्रत्याशियों के साथ पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश जोशी बंद कमरे में बैठक की। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश व एम.बी. पाटिल द्वारा जिला देहरादून के सभी प्रत्याशीगणों, जिला व महानगर अध्यक्षगणों की कल होने वाली मतगणना को लेकर आहूत महत्वपूर्ण बैठक में शिरकत की।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब सभी की निगाहें 10 मार्च को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं। मतगणना के लिए चुनाव आयोग के साथ-साथ राजनीतिक पार्टियों ने भी तैयारी तेज कर दी है।

मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच है। दोनों ही पार्टियां बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा कर रही हैं। लेकिन भीतरखाने दोनों ही पार्टियां बहुमत को लेकर आशंकित भी हैं। ऐसे में दूसरे विकल्पों की रणनीति को भी धार देने का काम किया जा रहा है।

विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले बीजेपी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सहित तमाम दिग्गज नेताओं की बैठकों का दौर जारी है।

वहीं कांग्रेस भी भीतर खाने भाजपा की रणनीति की काट के साथ तमाम दूसरे विकल्पों पर विचार करते हुए आगे बढ़ रही है। खंडित जनादेश आने पर कांग्रेस पार्टी अन्य लोकतांत्रिक दलों के साथ निर्दलियों को साध सकती है।

पार्टी सूत्रों की मानें तो इस मिशन पर पार्टी के वरिष्ठ नेता पहले से काम कर रहे हैं। इससे पहले हरीश रावत का बयान भी सामने आ चुका है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह सभी लोकतांत्रिक दलों का सहयोग लेना चाहेंगे।

मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी इस बात के संकेत दिए कि पार्टी अन्य दलों और निर्दलियों के संपर्क में है। बहुमत की स्थिति में आने पर भी पार्टी सबको साथ लेकर आगे बढ़ना चाहेगी।

जरा इसे भी पढ़े

सीएम धामी ने पत्नी संग किए महासू देवता के दर्शन
अनुभव साझा करने के साथ भ्रष्टाचार की तस्वीर भी सामने रखे रावत : चौहान
महिलाएं अनादिकाल से समाज का पथ प्रदर्शक रहीं : गोदियाल