रुद्रप्रयाग । केदारनाथ में नर कंकाल मिलने की सूचना पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एक टीम घटना स्थल को रवाना की गई। तमाम जांच पड़ताल करने के बाद टीम को कुछ नहीं मिला। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह किसी ने निर्माण मकान के पास मलबे में दबे नर कंकाल के मिलने सूचना दी। थोड़ी ही देर में यह खबर मीडिया में चलने लगी। नर कंकाल मिलने की सूचना पर जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग ने आननकृफानन में एक टीम केदारनाथ के लिए रवाना की। बताये जा रहे घटनास्थल का मौका मुआयना करने बाद वहां से कोई नर कंकाल नहीं मिला।
घटना के बारे में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सुबह सूचना मिली थी कि केदारनाथ मंदिर के आसपास कोई नर कंकाल मिला है। हमने एक टीम घटना स्थल पर भेजी, लेकिन वहां कोई नर कांकाल नहीं मिला है। यह झूठी खबर है। जो फोटो मीडिया या सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वो पुराने हैं, यह पूरी तरह से अफवाह है।
विदित रहे कि 2013 में भीषण दैवीय आपदा आने के बाद हजारों लोगों की जानें चली गई थीं, जिनमें से कई लोग मलबे में दब गये थे। अभी कुछ ही महीने पहले भी नर कंकाल मिले थे। जिनका सामूहिक दाह संस्कार किया गया था। चार साल बाद भी नर कंकाल मिलना शासन और प्रशासन की गंभीर चूक के रूप में देखा जा रहा है। यही कारण है कि गुरुवार सुबह भी नर कंकाल मिलने की सूचना मिलने पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था।