रीति-रिवाजों, धार्मिक अनुष्ठानों एवं विलुप्त हो रही संस्कृति के प्रति सजग बनाये: रघुनाथ

जनता को संबोधित करते हुए।

अल्मोड़ा । माता-पिता हमारी समाजिक व्यवस्था के स्तम्भ है उनकी निःस्वार्थ सेवा करना हमारा कर्तव्य है यह विचार उपाध्यक्ष विधानसभा रघुनाथ सिंह चैहान ने आज देवस्थल शिव मन्दिर के समीप वृद्धश्रम भूमि पूजन के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि परमात्मा की परम कृपा से माता-पिता दुनिया की सबसे बड़ी नेमतो में से एक है। बहुत खुशनसीब है वह जिनको इन दोनो अथवा इनमें से किसी एक का सानिघ्य प्राप्त हो। उन्हांने कहा कि संवेदनहीनता के इस दौर में हम इनकी भावनाओं का कद्र नहीं कर पा रहे है जो एक सोचनीय विषय है।

उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें ऐसे संस्कार अपने अन्दर ग्रहण करने होंगे जिससे की पुरानी संयुक्त परिवार व्यवस्था पुनः पुर्नजीवित हो सके। यह तभी सम्भव होगा जब हम अपने रीति-रिवाजों, धार्मिक अनुष्ठानों एवं विलुप्त हो रही संस्कृति के प्रति सजग बनाये रखेंगे। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि वृद्धवस्था कोई अपराध नहीं है अपितु झुरिर्याे से भरे चेहरे और हाथों में भी एक आकर्षक सौन्दर्य होता है। आर्शीवाद का उठा हाथ ही युवको के लिए पर्याप्त है।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे देश में पिछले कुछ सालो से बुजर्गाे की समस्या निरन्तर बढ़ती जा रही है इसको ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने वृद्धा आश्रम खोलने का निर्णय लिया है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि वृद्ध आश्रम खोलने के लिए ग्रामसभा पखुड़ा ने निःशुल्क भूमि देकर जहाॅ एक ओर पुनीत कार्य किया है वहीं अन्य ग्रामीणों को एक सीख भी दी है। उन्होंने इस अवसर पर विधायक निधि से पाॅच लाख रू0 देने की घोषणा की।  देवस्थल मन्दिर में बनने वाले वृद्धश्रम को पूज्य गुरू गोदावरी गिरि महाराज के नाम से खोलने के निर्णय को भी उन्होंने उचित बताते हुए वहाॅ के पूज्य मंहत बृहस्पति गिरि महाराज के प्रयासो को आत्मसात करने की बात कही। विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि इस तरह के कार्यों के लिए शासन स्तर से यथोचित सहयोग दिलाये जाने का प्रयास किया जायेगा साथ ही यहाॅ पर अन्य सुविधा विकसित हो सके इसके लिए पर्यटन,

उरेडा, सिंचाई, पेयजल, मत्स्य विभाग, उद्यान, कृषि के अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा जायेगा। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी जे0एस0 नागन्याल ने कहा कि जिला प्रशासन वृद्धश्रम के लिए यथोचित सहयोग देगा साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी समस्यायें होंगी उसका निराकरण किया जायेगा। मन्दिर के पूज्य मंहत बृहस्पति गिरि महाराज ने कहा कि काफी लम्बे समय से वृद्धाश्रम की आवश्यकता को महसूस किया जा रहा था। लोगो की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह निर्णय लिया गया  जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के लोगो, श्रद्धालुओं सहित शासन व जिला प्रशासन के स्तर से भी अपेक्षित सहयोग दिया गया जिसके परिणामस्वरूप आज हम इस काम को आगे बढ़ा पायें। पूज्य मंहत वृहस्पति गिरि महाराज ने निःशुल्क भूमि उपलब्ध कराये जाने के लिए पाखुड़ा ग्रामवासियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि देवस्थल में 50 बैड वाला वृद्धश्रम बनेगा। पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि इस पुनीत कार्य के लिए यथोचित सहयोग प्रदान करेंगे।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार सचिव जे0सी0 उप्रेती, उत्तराखण्ड सरकार के सेवानिवृत्त सचिव एम0सी0 जोशी, मन्दिर के महाराज श्याम गिरि, समुद्र गिरि, विक्रम गिरि, मंगल गिरि, जमदग्नि गिरि, जगदीश अनन्त गिरि, भाजपा के जिलाध्यक्ष ललित लटवाल, श्रीमती तुलसी चैहान, श्रीमती राधिका जोशी, उप प्रधान महिपाल सिंह, गोकुल मेहता, पूरन मेहता, पूर्व प्रधान गणेश मेहता, आनन्द सिंह, बालम सिंह भाकुनी, सुरेन्द्र सिंह भोजक, ग्राम प्रधान महतगाॅव हेमा मेहता, ग्राम प्रधान पाखुड़ा जोगा राम, कैप्टन पूरन सिंह, चन्दन सिंह मेहता, दीवान सिंह, लक्षम सिंह, सुरेन्द्र सिंह मेहता, मेहेन्द्र सिंह, प्रवीण सिंह मेहता, मन्दिर पुजारी योगेश कुमार, मोहन सिंह, दीवान सिह, दीप महेता,सुमीत महेता, सहित अनेक गणमान्य लोग व श्रद्वालु उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का आयोजन देवस्थल सेवा समिति द्वारा किया गया।