Dalit family threatens suicide
दलितों को साध रही भाजपा के लिए चुनावी वर्ष में गले की फांस न बन जाये यह मुद्दा
जमीनों के खेल में पार्षद और उनके सहयोगी का एक और मामला उजागर
देहरादून। Dalit family threatens suicide राजधानी देहरादून के डांडा धर्मपुर, बद्रीश कालोनी में स्थानीय पार्षद कमली भट्ट व भाजपा नेता अतुल शर्मा द्वारा विवादित जमीन पर कब्जा करने की कोशिश का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। जमीन पर सालों से काबिज दलित व्यक्ति विनोद का कहना है कि मामला कोर्ट में होने के बावजूद उसे स्थानीय पार्षद व पुलिस कर्मचारियों द्वारा उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान किया जा रहा है।
विनोद कुमार का कहना है कि मामले में अब तक पुलिस द्वारा रिपोर्ट नहीं लिखी गई। कोर्ट में मामला होने के बावजूद इसके बावजूद आये दिन नेहरू कालोनी चौकी के इंचार्ज व सिपाही जमीन पर पहुंचकर वहां रह रहे लोगों को डराते धमकाते हैं। खुलेआम बोलते हैं कि पार्षद के साथ ही उपर से राजनीतिक दबाव है।
पुलिस सिपाहियों द्वारा वहां रह रहे लोगों महिला और पुरूष से कई बार मारपीट भी की जा चुकी है। वह पुलिस थाने के चक्कर काट काटकर थक गए हैं। विनोद का कहना है कि मजबूरन उन्हें अनुसचित जाति आयोग में न्याय की गुहार लगानी पड़ी है। अब उन्हें आयोग का ही सहारा है। विनोद ने कहा कि अगर उन्हें कहीं से भी न्याय नहीं मिला और पुलिस इसी तरह शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न करती रही तो मजबूरी में उनके पास आत्महत्या के सिबाय दूसरा कोई रास्ता नहीं बचता है।
विनोद का कहना है कि राजनीतिक प्रभाव में नेहरू चौकी के प्रभारी अरूण असवाल 28 नंवबर 2021 को शाम को 8 बजे अपने पुरूष साथियों के साथ बद्रीश कालोनी स्थित मेरी जमीन पर पहुंचे। वहां पर पहुंचकर इन्होंने वहां रह रहे परिवार जिनमें बर्जुग, बच्चे, पुरूष और महिलाएं शामिल है से गाली गौलौज व अभ्रद्रता की।
इतनी जानकरी मुझे भी है कि सूर्यास्त के बाद बिना महिला सिपाहियों के पुलिसवाले किसी के घर में घुसकर जांच पड़ताल के नाम पर अभ्रदता नहीं कर सकते हैं। यही नहीं इसके अगले दिन 29 नंवबर 2021 रात के एक बजे सिपाही मुकेश जोशी व सुभ्रद सिंह फिर मौके पर पहुंचे।
सभी को डराया धमकाया
दोनों ने गेट पर लात मारकर वहां पर रह रही केयर टेकर महिला रीता से दरवाजा खोलने को कहा। जिस पर रीता ने कहा मेरी पति घर में नहीं है मैं दरवाजा नहीं खोल सकती हू। इस समय कोई पुरूष नहीं है इसलिए हर दरवाजा नहीं खोल सकते हैं।
दोनों सिपाही महिलाओं को अपशब्द कहकर वहां से चले गए। इसके बाद दिनांक 30 नंवबर को एक बार साढे 3 से 4 बजे के मध्य व दुबारा चौकी इंचार्ज पुरूष सिपाहियों को लेकर वहां रह रहे कर्मचारियों से गाली गलौज की। और सभी को डराया धमकाया।
कहा कि पार्षद जी ने कह रखा है कि यहां से जमीन खाली करवानी है किसी को नहीं रहने देना है। हमारे उपर राजनीतिक प्रेशर है। तुम लोग यहां से खाली करके चले जाओ।
भाजपा पार्षद कमली भट्ट, पूनम शर्मा और अतुल शर्मा पर बद्रीश कालोनी में जमीन कब्जाने की कोशिश का आरोप है। नेहरू कालोनी थाने में यह मामला लंबित है। इस जमीन पर विनोद कुमार 1992 से काबिज हैं। विनोद कुमार का कहना है कि पार्षद कमली भट्ट के इशारे पर अतुल शर्मा और अन्य जमीन कब्जाने की कोशिश कर रहे हैं और अब राजनीतिक और पुलिसिया दबाव डाल कर परेशान कर रहे हैं।
विनोद कुमार ने कहा डांडा धर्मपुर, बद्रीश कालोनी में विवादित संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की आरोपी भाजपा पार्षद कमली भट्ट और उनके सहयोगियों का एक और मामला उजागर हुआ है। पीड़ित विनोद कुमार के अनुसार उनके हाथ कुछ दस्तावेज लगे हैं जिससे साबित होता है कि भाजपा पार्षद और उनके सहयोगियों ने ईस्ट कैनाल रोड पर भी संपत्ति कब्जाने की कोशिश की है।
इस मामले में पीड़ित पक्ष ने जिलाधिकारी को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। विनोद कुमार के अनुसार उन्हें कुछ दस्तावेज मिले हैं कि भाजपा पार्षद कमली भट्ट के सहयोगी अतुल शर्मा और भाजपा नेता पूनम शर्मा 38 ईस्ट कैनाल रोड स्थित एक संपत्ति पर भी कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस संपत्ति का विवाद अदालत में था। 2001 में अदालत ने इस संपत्ति के समस्त विवाद का निपटारा कर दिया था। सीमा निर्धारण होने के बावजूद पार्षद कमली भट्ट का सहयोगी अतुल शर्मा, उसकी पत्नी पूनम शर्मा और भाई हेमंत ने इस जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की है। इस संबंध में कई बार पुलिस और प्रशासन से शिकायत भी की गयी, लेकिन पार्षद के राजनीतिक प्रभाव के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई।
विनोद कुमार के अनुसार आरोपियों के खिलाफ अवमानना के भी नोटिस जारी किये हैं। आरोप है कि 30 जुलाई 2021 को अतुल शर्मा और अन्य आरोपियों ने भाजपा का रौब झाड़ते हुए विवादित रही जमीन का पिल्लर तोड़ दिया और वहां स्थिति एक पेड़ को भी जलाने की कोशिश की। इसकी शिकायत अब जिलाधिकारी से की गयी है।
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