चमोली । विद्यालयों में निर्धारित मानकों के अनुसार अध्यापकों की तैनाती सुनिश्चित की जाय। यह निर्देश जिलाधिकारी आशीष जोशी ने जिला कार्यालय सभागार में जिला स्तरीय शिक्षा समीक्षा बैठक की लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारियों को दिये। बैठक में उन्होंने सर्वशिक्षा, मघ्याह्न भोजन एवं राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत संचालित कार्यो की बिन्दुवार समीक्षा की। जिलाधिकारी ने विद्यालयों में अध्यापकों की तैनाती मानकों के अनुसार नही किये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभी विद्यालयों में मानकों अनुसार अध्यापकों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिये। उन्होंने कहा कि प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालयों की छात्र संख्या के अनुसार जिले में पर्याप्त संख्या में अध्यापक है,
लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण अध्यापकों को सही ढंग से स्कूल आवंटित नही किये गये है। विद्यालयों में पेयजल, शौचालय एवं विद्युत आपूर्ति की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी विद्यालयों में शुद्व पेयजल व्यवस्था तथा बालक एवं बालिका शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये तथा विद्युत विहीन विद्यालयों की सूची उपलब्ध कराने को कहा। प्राथमिक विद्यालयों में बिजली बिल के ज्यादा आने की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए जाॅच हेतु किसी एक विद्यालय का बिजली बिल उपलब्ध कराने को कहा। मिड-डे-मील की समीक्षा करते हुए उन्होंने पर्याप्त मात्रा में भोजन सामग्री का स्टाॅक रखने के निर्देश दिये। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत बालिका आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण सभी विद्यालयों में संचालित करने को कहा। उन्होंने जिले में शिक्षा से वंचित बच्चों का सर्वे कर शिक्षा ग्रहण हेतु दाखिला दिलाने के भी निर्देश शिक्षा अधिकारियों को दिये।
जिलाधिकारी ने सभी अध्यापकों को 30 जून से पहले अनिवार्य रूप से आधार कार्ड बनाने तथा जिला शिक्षा अधिकारी को इस आशय का प्रमाण पत्र 28 जून तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में अभी तक आधार कार्ड नही बने है, ऐसे विद्यालयों में आधार कार्ड बनाने हेतु कैम्प लगाये जायेंगे। सर्व शिक्षा के जिला समन्वयक ने बताया कि जिले में सर्व शिक्षा के तहत 1656 स्कूल संचालित है जिसमें कक्षा 1 से 5 तक के 36,150 तथा कक्षा 6 से 8 तक के 22,946 छात्र पंजीकृत है। उन्होंने बताया कि जिले में 141 विद्यालय भवन जीर्ण-शीर्ण एवं क्षतिग्रस्त, 13 विद्यालय पेयजल विहीन, 264 विद्यालय पेयजल बाधित, 747 विद्यालय विद्युत विहीन तथा 166 विद्यालयों में क्षतिग्रस्त शौचालय निर्माण के लिए इस वित्तीय वर्ष की वार्षिक कार्ययोजना में बजट प्रस्तावित किया गया है। जिला समन्वयक एमडीएम ने बताया कि जिले के 972 प्राथमिक स्तर के तथा 427 उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यालयों में एमडीएम योजना संचालित हो रही है।
जिसमें कुल 39658 छात्र शामिल है। उन्होंने बताया कि एमडीएम के तहत पिछले अवशेष एवं इस वर्ष में प्राप्त धनराशि 127.92 लाख है जिसमें से 34.16 लाख व्यय हुआ है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 5118 छात्रों को लाभान्वित किया गया। उन्होंने बताया कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत जनपद में वर्ष 2012-13 में विभाग द्वारा 116 गैस कनैकन स्वीकृत हुए है जिसका संयोजन विद्यालयों में किया गया है। जिला समन्वय रमसा ने बताया कि जिले में 22 राजकीय जूनियर हाईस्कूलों का हाईस्कूल स्तर पर उच्चीकरण किया गया है। विद्यालय सुदृढीकरण एवं मुख्य भवन निर्माण के 106 स्वीकृत कार्यो के सापेक्ष 82 कार्य पूर्ण हो चुके है तथा 13 कार्य प्रगति पर है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी, जिला शिक्षा अधिकारी मा0 आशुतोष भण्डारी, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक नरेश कुमार हल्दयानी, जिला समन्वय हेमराज फरस्वाण, अनूप कुमार खण्डूरी, नरेन्द्र खत्री, सुरेन्द्र सिंह भण्डारी आदि उपस्थित थे।