Disappointment among Congress workers
देहरादून। Disappointment among Congress workers उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना कर चुकी कांग्रेस को अब बड़े नेताओ की अंर्तकहल का सामना करना पड़ रहा है। जिससे कांग्रेस के कार्यकताओं में हताशा और निराशा पनपने लगी है।
कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार बड़े नेताओं की सार्वजनिक छींटाकशी से कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है। पदाधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव ने भी पार्टी के नेताओं को निर्देश दिए हैं कि किसी प्रकार की सार्वजनिक बयानबाजी न करें।
इस मामले में कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि जिस प्रकार से पार्टी के दो बड़े नेताओं की सोशल मीडिया पर बयानबाजी चल रही है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है।
अब उन्हें अपने हाईकमान पर पूरा विश्वास है कि वह इस मामले का संज्ञान लेकर इस पर उचित कार्रवाई करेंगे। वहीं गरिमा दसौनी ने भाजपा को लेकर कहा कि उनको कोई हक नहीं कि कांग्रेस के अंदरूनी मामलों में दखलंदाजी करें।
क्योंकि हम पूर्व में देख चुके हैं कि किस प्रकार से भाजपा के विधायकों ने अपने प्रदेश अध्यक्ष पर आरोप लगाए थे। ऐसे में उन्हें कांग्रेस के मामले में बोलने का कोई हक नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि आज भाजपा में मुख्यमंत्री को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।
इससे साफ है कि लोकतंत्र के जनादेश के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विधायकों पर दबाव बनाया जा रहा है। अंत में दिल्ली से ही एक नाम चयनित कर भाजपा हाईकमान विधायकों पर थोप देंगे और सबको वह मानने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
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