लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस पद पर कोई भी पार्टी प्रत्याशी ना खड़ा करने का प्रदेश का निर्देश बतलाते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया था। इसी बीच अनूप शुक्ला ने दूसरे प्रत्याशी पर जिला पंचायत सदस्यों को भूमिगत करने का आरोप लगाते हुए अनशन पर बैठने की धमकी भी दी थी। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए कुल 2 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई जिनमें एक नामांकन अनूप शुक्ला का भी था ।
अभी तक पर्दे के पीछे से चल रहे वारों के बाद आज जब सुमन सिंह के नामांकन में भाजपा जिलाध्यक्ष सहित कई विधायक भी शामिल हुए तो यह जगजाहिर हो गया कि सुमन सिंह ही भाजपा के प्रत्याशी के रूप में तय थे । भारतीय जनता पार्टी के अनूप द्वारा शुरू से ही सुमन सिंह को बहुजन समाज पार्टी से जुड़ा होने का आरोप लगाते हुए विरोधी पार्टी का प्रत्याशी बताया जा रहा था। भाजपा के प्रदेश से आए नेताओं ने इस मामले को सुलझाया अब अनूप शुक्ला अपना नामांकन दाखिल नहीं करेंगे यह जानकारी मिली है जिससे कि सुमन सिंह का निर्विरोध निर्वाचित होना तय हो सके।