Dussehra festival celebrated with delight in Doon
देहरादून। Dussehra festival celebrated with delight in Doon राजधानी देहरादून में असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया। विभिन्न स्थानों पर बुराई के प्रतीक रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले दहन किये गए। मुख्य कार्यक्रम परेड मैदान में आयोजित किया गया। यहां पुतला दहन कार्यक्रम को देखने के लिए दूनवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
परेड ग्राउंड में दशहरा कमेटी बन्नू बिरादरी की ओर आयोजित 71वें दशहरा महोत्सव के लिए कमेटी की ओर से रावण का 60 फीट का पुतला और तीन मंजिल ऊंची लंका का निर्माण किया गया था। जिसका दहन और आतिशबाजी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्य अतिथि मौजूद रहे। शाम छह बजे लंका दहन किया गया। जिसके बाद 6.30 मिनट पर रावण दहन किया गया। दशहरे पर लक्ष्मण चैक वेलफेयर सोसाइटी की ओर से आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में पहली बार रावण को शेरवानी और अचकन पहनाकर तैयार किया गया।
नमामी गंगे योजना के तहत कलाकारों की ओर से कार्यक्रम का आयोजन
वहीं, इस मौके पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर आधारित और नमामी गंगे योजना के तहत कलाकारों की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सोसाइटी के मीडिया प्रभारी सिद्धार्थ बंसल ने बताया कि दशहरे पर रावण दहन के लिए इस 60 फीट का रावण, 88 फीट का कुंभकरण और 50 फीट का मेघनाद का पुतला बनाया गया।
जबकि रावण के लिए विशेष शेरवानी और अचकन भी बनाया गया। इस मौके पर टीवी कलाकारों समेत भरतनाट्यम और सोसाइटी के बच्चों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जबकि आतिशबाजी के लिए मुरादाबाद और सहारनपुर से विशेष प्रबंध किया गया।
श्रीराम लीला कला समिति की ओर से दरबार साहिब के पास स्थित बड़ा तालाब में लंका दहन किया गया। यहां सुनहरे रंग की लंका समेत रामसेतु भी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे।
समिति के अध्यक्ष राकेश महेंद्रू ने बताया कि 40 फीट ऊंची लंका का दहन शुक्रवार शाम को हनुमान द्वारा किया गया। दशहरा कमेटी की ओर से भी 52 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। साथ ही मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का भी दहन हुआ।