E-rickshaw driver attempted self-immolation
देहरादून। E-rickshaw driver attempted self-immolation महीनों से आंदोलन कर रहे ई रिक्शा चालक शासन-प्रशासन के रवैये से इस कदर आहत है कि अब वह आत्मदाह पर मजबूर हो चुके है। आज लैंसडाउन चौक पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन व पुतला दहन के दौरान एक ई रिक्शा चालक ने खुद पर भी तेल छिड़क कर आग लगा ली।
गनीमत रही कि मौके पर मौजूद लोगों ने समय रहते हिम्मत का परिचय दिया और आग को बुझा लिया गया। जिससे ई रिक्शा चालक की जान बच गयी। आग से झुलसे ई रिक्शा चालक को तुरन्त अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है।
दून प्रशासन द्वारा राजधानी के प्रमुख मार्गो पर ई रिक्शा संचालन बंद किये जाने से नाराज यह ई रिक्शा चालक कई महीनों से आंदोलन कर रहे है तथा इनकी समस्या को कई बार मुख्यमंत्री के सामने भी रखा जा चुका है लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गयी है।
इसलिए अब परेड ग्रांउड में उनका अनिश्चिकालीन धरना चल रहा है। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि अभी बीते दिनों परेड ग्रांउड में एक प्रदर्शन के दौरान एक ई रिक्शा चालक द्वारा अपने ई रिक्शा को आग तक लगा दी गयी थी।
सरकार ने मांगे नहीं मानेगी तो किसी भी हद तक जा सकते है
उस समय भी ई रिक्शा चालक ने शासन/प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गयी तो अभी उन्होने ई रिक्शा को आग लगाई है कल वह अपने आप को भी आग लगा लेगा।
आखिरकार आज एक ई रिक्शा चालक ने आत्मदाह का प्रयास कर यह साबित भी कर दिया कि सरकार अगर उनकी मांगे नहीं मानेगी तो वह किसी भी हद तक जा सकते है।
दरअसल इन ई रिक्शा वालों का कहना है कि उन्होने अपनी जमापूंजी लगाकर तथा लोन लेकर ई रिक्शा को रोजगार का जरिया बनाया था लेकिन प्रशासन की पांबदी के कारण उनका काम ठप होने से वह बैंक की किश्त नहीं दे पा रहे है तथा भुखमरी की कगार पर है।
प्रशासन ने बीते दिनों 31 सम्पर्क मार्गो पर ई रिक्शा चलाने का प्रस्ताव इनके सामने रखा था जिसे उन्होने नामंजूर कर दिया था।
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