नई दिल्ली । भारत ने मंगलवार को इस्लामाबाद स्थित उच्चायोग से उन आठ राजनयिकों को वापस बुलाया है जिन्हें पाकिस्तान ने वहां से निष्कासित किया है। ये आठ भारतीय राजनयिक पाकिस्तान की बदले की कार्यवाई के तहत निष्कासित किये गए। भारत ने पिछले सप्ताह छह पाकिस्तानी राजनयिकों को भारत विरोधी जासूसी काण्ड में लिप्त होने के कारण भारत से चले जाने को कहा था। तभी से आशंका जताई जा रही थी कि पाकिस्तान बदले की कार्यवाई कर सकता है। यद्यपि इन आठ भारतीय राजनयिकों के नाम पहले ही पाकिस्तानी अखबारों में छप चुके थे, आधिकारिक तौर पर अभी तक कोई घोषणा नहीं की गयी थी।
ये आठ भारतीय राजनयिक हैंः राजेश कुमार अग्निहोत्री (वाणिज्य-सलाहकारद्ध, अनुराग सिंह (प्रथम सचिव, वाणिज्यि), अमरदीप सिंह भट्टी (वीजा अटाशे), धर्मेन्द्र सोढ़ी (स्टाफ सदस्य), विजय कुमार वर्मा (स्टाफ सदस्य), माधवन नंद कुमार (स्टाफ सदस्य), बलबीर सिंह (प्रथम सचिव, प्रेस और सूचना विभाग), जयबालन सेंथिल (सहायक कार्मिक कल्याण अधिकारी)। सूत्रों के अनुसार अनुराग सिंह, विजय कुमार वर्मा और माधवन नंद कुमार एमिरेट्स की फ्लाइट से दुबई से भारत आ रहे हैं जबकि बाकी पांच वाघा बाॅर्डर से आ रहे हैं।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नपफीस जकारिया ने पिछले सप्ताह कहा था कुछ भारतीय राजनयिक कार्य की आड़ में पाकिस्तान में आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों के लिए जिम्मेदार थे। एक नए घटनाक्रम में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर इस्लामाबाद में भारतीय उप-उच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब किया और नियंत्रण रेखा पर भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा कथित गोलीबारी पर कड़ा विरोध जताया। उप-उच्चायुक्त से बताया गया इस गोलीबारी में तीन पाकिस्तानी नागरिक मारे गए। सूत्रों के अनुसार उप-उच्चायुक्त ने भी भारत की ओर से पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा सीमा पार से गोलीबारी और संघर्ष विराम उल्लंघन पर कड़ा विरोध जताया और कहा इस गोलीबारी में दो भारतीय जवान शहीद हो गए हैं। ये पाकिस्तानी रेंजर आतंकादियों को भारत में घुसने के लिए सहायता दे रहे थे। भारत की ओर से अभी तक कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रया नहीं हुयी है।