लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती दलितों को धोखा देते हुए जातिगत नफरत फैलाकर सत्ता में आना चाहती हैं। जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और घोटालेबाज कांग्रेस एक साथ मिलकर सत्ता हघ्पने की साजिश रचकर फिर से जनता को लूटने के लिए तिकघ्म लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हाथी और सपा-कांग्रेस का ये साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीबों के कल्याण, आम जनता को समृद्ध बनाने और प्रदेश को अपराध-भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के सपने की राह में रोघ बन रहा है। मौर्य ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा योजना के जरिए प्रदेश के 53 लाख से ज्यादा लोगों को उद्यमी बनाकर आर्थिक ताकत दी और सूबे में भाजपा सरकार बनने पर युवाओं के लिए लिए 70 लाख नए रोजगार पैदा करने की योजना पर काम कर रहे हैं। वहीं सपा, बसपा व कांग्रेस भ्रष्टाचार और अपराध के नए रिकार्ड बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह एक ओर भाजपा नौजवानों को रोजगार, किसान की फसल को बेहतर दाम, गरीबों का उत्थान, दलितों-पिछघें को आर्थिक पहचान सुनिश्चित करने के लिए जाति व धर्म से परे होकर काम कर रही है, तो दूसरी ओर अखिलेश सरकार में भर्तियों में घोटालेबाजी करके बेरोजगार नौजवानों को लूटने का काम किया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश की कमान में प्रदेश के विकास प्राधिकरण लूटखसोट का अड्डे बन गए हैं और यादव सिंह, गायत्री प्रजापति जैसे घोटालेबाजों को सरकारी धन, आम जनता की संपदा और प्राकृतिक संसाधनों की लूट की खुली छूट मिली हुई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह यूपीए शासन काल में हर महीने कहीं न कहीं हो रहे बम विस्फोट की वारदातों का मोदी सरकार ने अन्त कर दिया। वहीं सपा शासन काल में 1 लाख 30 हजार महिलाओं पर हमला, हिंसा, अपराध और उनकी इज्जत पर हाथ डालने जैसी जघन्य वारदातें हुईं। अखिलेश राज में रोजाना प्रदेश के किसी न किसी हिस्से में व्यापारी लूटे और मारे जा रहे हैं। बसपा शासन में भ्रष्टाचार चरम पर था और पार्कों से लेकर आम आदमी की स्वास्थ्य सेवा एनआरएचएम जैसा घोटाला होता है।