Employees and teachers Work boycott
देहरादून। राज्य कार्मिक, शिक्षक और आउटसोर्स संयुक्त मोर्चा ने सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी। सोमवार की सुबह हाजरी लगाने के बाद कर्मचारी कार्यबहिष्कार ( Employees and teachers Work boycott ) में चले गए। इसके तहत परेड ग्राउंड में मोर्चा ने अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू कर दिया।
कर्मचारियों का यह आंदोलन पूरे प्रदेश भर में आरंभ हो गया है। प्रदेश के करीब 27 विभागों के कार्मिक अपनी 13 सूत्री मांगों को लेकर पिछले चार माह से आंदोलनरत हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री से लेकर मुख्य सचिव तक वार्ता की गई। लेकिन, आश्वासन के सिवाय कुछ भी हासिल नहीं हुआ।
शनिवार को संयुक्त मोर्चा से जुड़े कार्मिक सांकेतिक कार्य बहिष्कार पर रहे थे। सोमवार को भी सभी विभागों के कार्मिक परेड ग्राउंड में पहुंचे और अनिशिचत कार्यबहिष्कार पर चले गए।
इस दौरान मोर्चा के मुख्य संयोजक ठाकुर प्रह्लाद सिंह ने कहा कि यह आंदोलन सरकार को वायदे को याद दिलाने के लिए है। यदि सरकार ने मांग नहीं मानी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर मोर्चे ने सरकार के खिलाफ नारेबाजे करते हुए वायदों से मुकरने का आरोप लगाया।
धरने पर बैठने वालों में संयोजक रवि पचैरी, संतोष रावत, गजेंद्र कपिल, रामचंद्र रतूड़ी, अरुण पांडे, शक्ति प्रसाद भट्ट, बनवारी सिंह रावत, गोविंद सिंह नेगी, एसपी राणाकोटि, नंदकिशोर त्रिपाठी, गुड्डी मटूड़ा, हेमंत रावत, सीपी सुयाल आदि मौजूद थे।