टैक्नोलाॅजी इतनी विकसित हो चुकी है कि इंसान सोच भी नहीं सकता कि दुनिया में क्या आविष्कार हो चुके हैं, विकास यात्रा जारी है और पता नहीं आने वाले साल में क्या सामने आए। दुनिया में जहां जीवन के अन्य क्षेत्रों में टैक्नोलाॅजी प्रक्रिया का दखल बढ़ता चला जा रहा है, वहीं सिर्फ सहुलियत के लिए भी टैक्नोलाॅजी के बढ़ते उपयोग के कारण यात्रा आसान होता चला जा रहा है। लेकिन अभी भी भारत जैसे कई देशों में यात्रा समस्याएं हैं और यह समस्या विशेष रूप से उस समय यातनादायक बन जाते हैं जब यातायात जाम हो जाता है। ट्रैफिक जाम की समस्या केवल भारत में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है, रिपोर्ट के अनुसार इसीलिए दुनिया के सात विभिन्न कंपनियां उड़ने वाली कारें बनाने की घोषणा कर चुकी हैं, जबकि कुछ कंपनियां ऐसे करतब अंजाम दे चुकी हैं, या देने के करीब हैं।
वैटोल टैक्सी सेवा
जर्मनी कंपनी ओवल ने हाल ही में घोषणा की कि वह 2018 तक वेटोल एयरक्राफ्ट तैयार करेगी, जो वास्तव में एक कार या टैक्सी है। इस उड़ती कार में केवल 2 लोगों के बैठने की क्षमता है और इसके 18 पंख हैं, जो उसे उड़ने में सहायता प्रदान करेंगी। केवल 17 मिनट तक उड़ने की क्षमता रखने वाली इस कार में 6 बैटरी होंगी, जो कम से कम 40 मिनट में रिचार्ज होगी।
एयरबस के वेटोल
फ्रांस की अग्रणी कंपनी एयरबस अपने परियोजना वहाना के तहत वेटोल नामक एक ऐसी उड़ती कार बना रही है, जो केवल एक व्यक्ति के बैठने की क्षमता है, लेकिन इसमें थोड़ा बहुत सामान भी रखा जा सकता है। एयरबस इस कार में 8 पंख लगे होंगे और यह एक हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकेगी, कंपनी इसे 2020 तक लागू करवाने की योजना है, जिसे टैक्सी सेवा के रूप में चलाया जाएगा।
ऊबर कार
ऑनलाइन टैक्सी सुविधा प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनी ऊबर भी 2026 तक अपनी उड़ती टैक्सी शुरू करने का इरादा रखता है। ऊबर ने अपनी परियोजना को साकार करने के लिए काम शुरू कर दिया है और एक अच्छी टीम किराया पर ली हैं।
चीन गबन टैक्सी
चीनी कंपनी ई हाँग एक ऐसी उड़ती टैक्सी बनाने में व्यस्त है जो कम से कम 11 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ने की क्षमता रखती है। यह टैक्सी ड्राइवर के बिना चलेगी और इसीलिए यह ड्रोन टैक्सी नाम दिया गया है, इसके लिए यात्रा करने वाला व्यक्ति इसमें अपना पता सुरक्षित कर सकेगा और टैक्सी उसे अपनी मंजिल पर पहुंचाएगी।
अमेरिकी कंपनी की उड़ती कार
अमेरिकी कंपनी टईराफोगा भी 2025 तक उड़ने वाली कार लाने की योजना है। यह कार 500 मील उड़ने की क्षमता रखती है और उसे भी पृथ्वी पर उतरने के लिए रनवे की जरूरत नहीं पड़ेगी।
गूगल उड़ती कार
गूगल इस उड़ती कार के बारे में पुष्टि नहीं की जा सकती, लेकिन माना जा रहा है कि यह उड़ती कार गूगल के सह संस्थापक लैरी पेज की है। इस कार को अमेरिकी शहर होली ईस्टर एयरपोर्ट पर उतरते देखा था।
ईरोमोबल कार
स्लोवाकिया कंपनी भी ईरोमोबल नामक उड़ती कार बनाने में व्यस्त है। ईरोमोबल को उड़ने के बाद उतरने के लिए रनवे की जरूरत होती है, लेकिन सड़क रनवे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।