Fraudster arrested by making fake documents of land
देहरादून| Fraudster arrested by making fake documents of land थाना क्लेमन टाउन पुलिस ने जमीन के फर्जी कागज तैयार कर चार करोड़ पचास लाख की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के वांछित अभियुक्त को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार बीते 17 मई को शिकायतकर्ता अशोक अग्रवाल निवासी लक्ष्मणझूला पौड़ी गढ़वाल ने थाना क्लेमन टाउन पर शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया था कि उनके परिचित विजय कुमार गुप्ता एवं राधावल्लभ गुप्ता को भटनागर एवं वर्मा ने क्लेमनटाउन में मुख्य सहारनपुर रोड पर एक जमीन दिखाई और बताया कि उक्त जमीन बिक्री के लिए है और काफी फायदे का सौदा है।
#दून_पुलिस का स्पष्ट सन्देश नहीं बख्शा जायेगा कोई भी अपराधी।
जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर 4.50 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के वांछित चल रहे अभियुक्त को थाना क्लेमेन्टाउन पुलिसन ने मेरठ से किया गिरफ्तार।
गिरोह बनाकर भूमि विक्रय करने के नाम पर लोगों के साथ करते थे धोखाधडी। pic.twitter.com/Q9MLOYFI9u— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) July 20, 2023
इन दोनों व्यक्तियों ने यह भी बताया कि उक्त जमीन डील व विक्रय हम करा देगे इसलिए जमीन की डील 11.50 करोड़ में तय की तथा विगत वर्ष 01 दिसंबर को ₹25 लाख बयाने के रूप में समीर कामयाब के खाते में ट्रांसफर किए गए और ₹ 5 लाख रोहित पांडे को नगद दिए गए क्योंकि रोहित पांडे द्वारा बताया गया था कि उक्त संपत्ति फातिमा बेगम के नाम है और समीर कामयाब फातिमा का बेटा है|
डील तय होने के बाद समीर कामयाब व अन्य लोगो ने हमें जमीन दिखाने ले गए, वहाँ जमीन का मुआयना कराते समय उन्होने जमीन की रजिस्ट्री के लिए फोटो खिंचवाई, जिसके बाद वह सभी लोग हमें वकील सहगल के पास उनके चेंबर में ले गए।
वकील द्वारा हमें जमीन से संबंधित सभी कागज दिखाएं और बताया कि कागज सब सही है, आप जमीन खरीद लो, फिर हमने इन सभी लोगों पर विश्वास करके बीती 14 फरवरी को रजिस्ट्री टाइप करवाई और 15 फरवरी को समीर कामयाब द्वारा हमारे नाम रजिस्ट्री कराई गई और हमारे द्वारा समीर कामयाब के खाते में कुल 2 करोड़ 40 लाख और 01 करोड़ 85 लाख रुपए विजय सारस्वत को व रोहित पांडे को नगद दिए गए।
बाकी हमारे द्वारा जमीन पर कब्जा होने के बाद देना बताया लेकिन जब जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए कहा तो यह सभी लोग इधर-उधर की बातें करने लगे। शक होने पर हमने आसपास के लोगों से जानकारी की गई तो पता चला कि उक्त जमीन पूर्व से विवादित है, जिसमें पहले भी मुकदमे चल रहे हैं तथा जमीन स्व0 डी0के0 मित्तल की है|
जब हमने यह बात इन लोगों को बताई तो कहने लगे डी0के0 मित्तल की जमीन इससे 1 किलोमीटर आगे है, आप लोग किसी के बहकावे में ना आए, आपको जमीन पर कब्जा दिला देंगे लेकिन आज तक कब्जा नहीं मिला तो हमें पूर्ण यकीन हो गया कि इन लोगों द्वारा हमारे साथ धोखाधड़ी कर पैसे हड़प लिए हैं।जिस पर उक्त अभियुक्तो के खिलाफ पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया।
उक्त घटना की जांच उपनिरीक्षक अमरीश रावत द्वारा की जा रही है,अभियुक्त समीर कामयाब को पुलिस द्वारा 12 घण्टे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया था।बाकी अभियुक्त गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे थे।
इसके साथ ही अभियुक्तों द्वारा जिला एवं सत्र न्यायालय से अग्रिम जमानत प्राप्त की गई थी किंतु न्यायालय द्वारा प्राप्त दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर सभी अभियुक्त गणों की अग्रिम जमानत निरस्त कर दी गई और उसके बाद भी अभियुक्त गण लगातार अपनी गिरफ्तारी से बच रहे थे।जिसमें से कुछ अभियुक्त गणों द्वारा उच्च न्यायालय से भी गिरफ्तारी स्थगन आदेश प्राप्त किया गया था।
अभियुक्त रोहित पांडे लगातार गिरफ्तारी से बचकर देहरादून से अपने मूल निवास मेरठ जा चुका था ,जिसको पुलिस टीम द्वारा कल बुधवार को मेरठ से गिरफ्तार किया गया।अभियुक्त रोहित पांडे एक शातिर किस्म का अपराधी है जिसके खिलाफ पूर्व में भी कई अभियोग पंजीकृत है तथा जमीन धोखाधड़ी से संबंधित अभियुक्त के खिलाफ चेक बाउंस के कई मामले जनपद मेरठ में भी दर्ज है।
उक्त जमीन थाना क्षेत्र अंतर्गत सहारनपुर रोड से लगी हुई है, जो डी0के0 मित्तल निवासी क्लेमेंटाउन देहरादून की है, जिनकी पत्नी स्व0 सुशीला मित्तल की मृत्यु 2021 में कोरोना के कारण हो गई थी, जिनके कोई वारिस ना होने के कारण अभियुक्त गणों द्वारा षड्यंत्र के तहत कूट रचित दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी की गई है।
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