दोस्तों ने खेली खून की होली

Friends played Holi of blood

Friends played Holi of blood

दोस्त को चाकुओं से गोदकर उतारा मौत के घाट 

हरिद्वार। Friends played Holi of blood नारसन कलां गांव में होली पर रंग खेलने के बहाने घर से बुलाकर फैक्ट्रीकर्मी को पहले चाकुओं से गोदा और फिर उसके सिर पर ईंट से ताबड़तोड़ वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या करने वाला फैक्ट्रीकर्मी का दोस्त था।

शराब के नशे में आरोपित फैक्ट्रीकर्मी को एक खंडहर में ले गए थे। वहीं, घटना के बाद गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने तीन आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। 

हरिद्वार जिले के नारसन कलां गांव निवासी कैलाश गंगोत्री पेपर मिल में कर्मचारी है। करीब सात दिन पहले कैलाश का किसी बात को लेकर गांव के ही दोस्त अजय से विवाद हो गया था। कैलाश ने अजय के सीने में एक घूंसा मार दिया था, जिससे अजय बेहद नाराज था।

मंगलवार को कैलाश अपने घर पर था। करीब 11 बजे अजय और दो अन्य युवक उसे होली खेलने के लिए ले गए थे। तीनों युवक कैलाश को गांव के पास ही एक खंडहर मकान में ले गए। आरोप है कि नशे में धुत आरोपितों ने उसे चाकुओं से गोद दिया।

इसके बाद सिर पर ईंट से ताबड़तोड़ कई वार किए गए। आरोपितों ने डंडे से भी हमला किया। गंभीर हालत में कैलाश को वहीं छोड़कर आरोपित फरार हो गए। कुछ देर बाद पास में ही होली खेल रहे कुछ बच्चों की नजर लहुलुहान हालत में पड़े कैलाश पर गई, तो शोर मचा दिया।

एम्स अस्पताल में कैलाश की मौत हो गई

शोर सुनते ही ग्रामीण के मौके पर पहुंचे। घटना के बाद घायल को पहले सिविल अस्पताल और इसके बाद ऋषिकेश के एम्स अस्पताल भेजा गया। मंगलवार की देर रात एम्स अस्पताल में कैलाश की मौत हो गई।

मौत के बाद गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि मृतक की मां लक्ष्मी देवी की तहरीर पर अजय, अक्षय और अभिजीत निवासी नारसन कलां पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।

एसपी देहात ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपित अजय को गिरफ्तार किया गया है। मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है। नारसन कलां गांव में युवक की हत्या के बाद काफी तनाव हो गया था।

पुलिस को जैसे ही देर रात हत्या की जानकारी हुई तो पुलिस भी हरकत में आ गई। गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। पुलिस को इस घटना की प्रतिक्रिया की आशंका थी। जिसके चलते रुड़की से भी पुलिस बल को बुलाया गया था।

बुधवार सुबह से ही मंगलौर पुलिस बल यहां पर तैनात थी। जिसके चलते मंगलौर पुलिसकर्मी होली नहीं खेल सके। देर शाम को ऋषिकेश से मृतक का शव गांव लाया गया था। पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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