शिमला, । हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है। राज्य के कबायली इलाकों लाहौल-स्पीति, किन्नौर और पांगी में अत्यधिक ठण्ड से प्राकृतिक जलस्त्रोत बर्फ में तब्दील होने शुरू हो गए हैं। इन इलाकों के कुछ स्थानों में पारा जमाव बिंदु के नीचे पहुंचने से पानी की पाइपें भी जम गई हैं और लोगों को जलापूर्ति में बाधा आ रही है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जनजातीय क्षेत्र केलंग में कल रात न्यूनतम तापमान शून्य से 2.1 डिग्री नीचे दर्ज किया गया और यह राज्य में सबसे ठण्डा रहा।
इसी तरह कल्पा में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु के नजदीक 1 डिग्री सेल्सियस और पर्यटन नगरी मनाली में 1.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। बीते 24 घंटों के दौरान अधिकांश शहरों के न्यूनतम तामपान में गिरावट दर्ज की गई। सोलन शहर शिमला की तुलना में अधिक ठण्डा रहा। सोलन में न्यूनतम तापमान 5.5 जबकि शिमला में 7.4 डिग्री सेल्सियस रहा। कुल्लू में न्यूनतम तापमान 4.4, मण्डी व सुंदरनगर 5.6, चंबा 6, कांगड़ा 8.2, हमीरपुर में 9.3 डिग्री और धर्मशाला में 12.2 सेल्सियस दर्ज किया गया। इस बीच शिमला व अन्य इलाकों में आज सुबह से आसमान साफ है और धूप खिली हुई है। मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह मौसम के साफ बने रहने की संभावना जताई है। स्थानीय मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य में ड्राई स्पैल 20 नवम्बर तक जारी रहेगा। इस दौरान प्रदेश में कहीं भी बारिश व बर्फबारी नहीं होगी।