रोगो से मुक्ति पाने के लिए हमे योग विद्या हेतु युवाओं को प्रेरित करना होगा

कार्यक्रम में भाग लेते राज्यमंत्री डा. धन सिंह रावत।

अल्मोड़ा । भारत वर्ष में योग को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक रूप से ठोस कदम उठाये जा रहे है जिसका प्रभाव विश्व स्तर पर भी पड़ रहा है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं बाबा रामदेव ने योग विद्या को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। हमेे उनके सपनो को सकार करना होगा यह बात प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा0 धन सिंह रावत ने आज एस0एस0जे0 परिसर अल्मोड़ा में गणित विभाग में भावातीत ध्यान द्वारा व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम में राष्ट्रीय योग सम्मेलन के शुभारम्भ पर कही। उन्होंने कहा कि निरोगी काया का मूलमंत्र ही योग है इसलिए हमें योग से जीवन स्वस्थ्य रखने की कवायद को जारी रखना होगा। डा0 रावत ने कहा कि वेद-पुराणों में भी योग का विशेष उल्लेख किया है और प्राचीन काल से यह योग अनेक स्तर से चलाया जाता रहा है। वर्तमान में पर्यावरण के दुष्प्रभाव को रोकने एवं अन्य रोगो से मुक्ति पाने के लिए हमे योग विद्या हेतु युवाओं को प्रेरित करना होगा।

आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा ने हमेशा एक नई दिशा देश को दी है इसलिए भी यहा पर राष्ट्रीय योग सम्मेलन का महत्व बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उच्चशिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्रभावी कदम उठाये जा रहे है उन्हीं में योग विद्या सहित अन्य तरह के पाठयक्रमों को बढ़ावा देकर युवाओं को स्वरोजगार की ओर प्रेरित करने के लिए एक ठोस कार्य योजना तैयार की जा रही है जिसके सार्थक दृष्टिगोचर हो रहे है। उच्च शिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक माहौल तैयार करने के लिए अभिनव प्रयोग किये जा रहे है तथा संस्थानों में अनुशासन बना रहे इसके लिए ठोस निर्णय लिये जा रहे है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में बायोमैट्रिक सिस्टम लगाकर उपस्थिति ली जायेगी साथ ही शैक्षिक कलैण्डर बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि विद्यार्थियों को 180 दिन पढ़ाई अनिवार्य रूप से करनी होगी। विभिन्न महाविद्यालयों में प्राचार्य के पदो को भरने के लिए शीघ्र कार्यवाही की जा रही है।

उन्होंने कहा कि योग के विद्यार्थी ललित बिष्ट की उत्तर पुस्तिका में शून्य नम्बर देने के प्रकरण की जाॅच की जायेगी और दोष सिद्व होने पर सम्बन्धित के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। योग विषय को विद्यालयों के पाठयक्रम में सम्मलित करने के प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि योग शिक्षा को बढावा देने के लिए धन की कमी कही आड़े नहीं आयेगी और इस विद्या को पढाने वाले शिक्षकों के हितो का भी ध्यान रखा जायेगा। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने डा0 मायागोला वर्मा द्वारा लिखित चीनी, नमक और नीम पुस्तक का विमोचन और धाराबल्लभ पाण्डे द्वारा 2055 तक के एक कलैण्डर का भी विमोचन इस अवसर पर किया। उन्होंने महाविद्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज पफहराने और प्रार्थना के वक्त वन्देमातरम् को गाने के लिए भी छात्र-छात्राओं का आहवान किया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में ड्रेस कोड लागू करने पर भी विचार किया जा रहा है।

इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने अपने विचार रखते हुए कहा कि इसके लिए हम सभी को विचार विमर्श कर ठोस निर्णय लेने होंगे। परिसर निदेशक आर0एस0 पथनी, कार्यक्रम समन्वयक प्रो0 डी0एस0 पोखरियाल ने अपने विचार रखते हुए परिसर की गतिविधियों सहित अनेक बातो पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अध्यक्ष कुमाऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डी0के0 नोरियाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के अधीन सभी विद्यालयों में शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने का प्रयास किया जायेगा। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ डा0 विनोद नोटियाल, डा0 रजनी नोटियाल, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, जिलाध्यक्ष ललित लटवाल, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, छात्रसंघ अध्यक्ष अक्षय सुयाल सहित अनेक विभागों के विभागाध्यक्ष, परिसर को प्रोपफेसर व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आयोजक सचिव डा0 नवीन चन्द्र भटट ने किया।