जिस तरह भी हो प्यार का सफर… Ghazal in hindi
जिस तरह भी हो प्यार का सफर जारी रख
मुश्किलें आएंगी पथ में मगर जारी रख
तुझको है चाँद सितारों से भी आगे जाना
अपनी हर जूस्तजू बेखौफ जारी रख
रूबरू तेरे युग को झुका देगा यह
बात करने का है जो तुझमें हुनर जारी रख
तेरे इस दिल में जुस्तजू है मंजील है
हर कदम अपना सरे राहगुजर जारी रख
अपने मकसद में तू जिन्दगी दूर बहुत
फिर भी हर सोच तू इस दिल में मगर जारी रख
तू पहुँच जाएगा मंजील पे कभी प्यारे हताश
इसलिए लाजमी है अपना सफर जारी रख
प्यारे हताश