नई दिल्ली,। केंद्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास मंत्री उमा भारती ने मंगलवार को यहां कहा कि भारत में धर्म और विज्ञान एक साथ चलते हैं और दोनों को अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि सरकार सरस्वती नदी को खोज रही है और यह बात हम ठोक बजाकर कहना चाहते हैं कि जैसे ही वह मिल जाएगी हम इसकी घोषणा करेंगे।
दिल्ली में भूजल पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जब भी सरस्वती नदी की बात आती है तो कहा जाता है कि हम धर्म की बात कर रहे हैं लेकिन भारत में धर्म और विज्ञान एक साथ चलते हैं । सरकार सुप्त जलधाराओं को खोज रही है। उनका मंत्रालय जल्द ही इन जलधाराओं को मनरेगा के धन का उपयोग कर पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव रखेगा। हमारा मानना है कि इन सुप्त धाराओं के निकट यदि पेड़ लगाये जाएं तो इनमें फिर से पानी का संचार किया जा सकता है। जिससे हरियाणा पंजाब और राजस्थान के क्षेत्रों में जहां पानी की कमी है वहां उस कमी को दूर किया जा सकता है।