Government should stop discrimination against workers
देहरादून। Government should stop discrimination against workers कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने काम की बात (भाग-13) के तहत ‘कोरोना ड्यूटी में कार्यरत कर्मियों के साथ भेदभाव बंद करे सरकार’ विषय पर अपने फेसबुक लाइव में कहा कि कोरोना काल में जिन कर्मियों नें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उनको भी सम्मान मिलना चाहिए।
मुख्यमंत्री द्वारा 5 फरवरी को कोविड अस्पतालों के कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि और सम्मान पत्र देने की घोषणा की है वह पक्षपात पूर्ण है। कर्मचारियों के साथ भेद भाव करना उचित नहीं है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि ग्राउंड जीरो पर जिन डॉक्टर, फार्मसिस्ट, सफाई कर्मी, लैब टेक्नीशियन, शिक्षक, आशा कार्यकर्ती, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती, राजस्व विभाग, पुलिस प्रशासन, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत, महिला मंगल दल, युवक मंगल दल आदि ने चेक पोस्टों, क्वारंटीन सेंटरों, अस्पतालों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उनके सहयोग को भी ध्यान में रखकर सम्मानित किया जाना चाहिए।
नैथानी ने कहा कि छह माह तक उतराखंण्ड के पांच लाख कर्मचारियों ने अपने वेतन से मुख्यमंत्री राहत कोष में 750 करोड़ रुपये दान किये, इसके साथ ही प्रधानमंत्री रिलिफ फंड, डब्लू एच ओ, दान दाताओं द्वारा अरबों रुपये दिये गए।
उन्होंने कहा कि सरकार इस फंड पर श्वेत पत्र जारी करे साथ ही सभी कोरोना वैरियर्स कर्मचारियों को सम्मान पत्र एवं प्रोत्साहन राशि प्रदान करे एवं गाँवों में बनें क्वरंटीन सेंटरों को विशेष पैकेज प्रदान करें।
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