गुरमेहर मामले में राजनीतिक दलों का ट्वीटर पर जंग जारी

Gur Mehar kaur

नई दिल्ली,। दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर द्वारा सोशल मीडिया पर शुरू किये गये कैंपेन के बाद इस पर लगातार विवाद हो रहा है। विवाद के बढ़ने के बाद कई जानी-मानी हस्तियों के साथ-साथ राजनीतिक दल भी इस मुद्दे पर ट्वीटर वॉर में कूद गये हैं। गुरमेहर कौर के समर्थन में खुलकर आये कांग्रेस उपाध्घ्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट, ‘डर की तानाशाही के खिलाफ हम अपने छात्रों के साथ हैं। गुस्से, असहिष्णुता और जहालत में उठी हर आवाज के लिए एक गुरमेहर कौर होगी।’

इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा अब अपराधियों और गुंडों की पार्टी बन गई है। ये खुद राष्ट्रविरोधी नारे लगवाते हैं, नारे लगाने वाले भाग जाते हैं और फिर दूसरों को पीटते हैं। कहीं भी नारे लगाने वाले पकड़े क्यों नहीं गए। इसके साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘गुरमेहर कौर को असहिष्णु मानसिकता का शिकार बनाया जा रहा है। उसकी देशभक्ति पर सवाल उठाये जा रहे है जोकि लोकतंत्र का हास है। हमने भारत में यह सपना तो नहीं देखा था।’ वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट कर कहा, ‘मैं आपके साथ हूं एवं जो भी लोग अपने अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्ष में हैं, मैं उन सभी लोगो के साथ हूं। राष्ट्र को आप पर गर्व है कि आप फांसीवादी ताकतों से लड़ रही हैं।’

कांग्रेस के गुरमेहर के पक्ष में उतर आने के बाद इस मसले पर भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी होनी शुरू हो गई है। राहुल पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘राहुल गांधी को यह साफ करना चाहिए कि क्या वह और उनका पार्टी नेतृत्व उनके कुछ सहयोगियों द्वारा दिए गए बयान का समर्थन करते हैं?’ दूसरी ओर पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया तो अब इस लड़ाई में पहलवान योगेश्वर दत्त भी कूद गये हैं। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग पर निशाना साधते हुए कहा है कि राजनीतिक मंशा होना सभी का हक हो सकता है लेकिन इस बार सहवाग बॉल को ठीक तरीके से नहीं पढ़ पाये और हिटविकेट हो गये।