नानकमत्ता। गुरूद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब की प्रबन्धन कमेटी के तीन पदाधिकारियों को कमेटी व सदस्यता से निलंबित करने से गुरूद्वारा साहिब एक बार फिर सुर्खियों में छा गया है। गुरुवार को गुरूद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब के परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन के द्वारा भारी सुरक्षा में जिले की डेढ सेक्शन पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं गुरूद्वारा साहिब को जाने वाले हर मार्ग पर पुलिस बैरियर बना दिये गए हैं।
बता दे कि बीते बुधवार को गुरूद्वारा प्रबन्ध कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब की प्रबन्ध समिति की बैठक में उपप्रधान, महासचिव व सचिव द्वारा गुरूद्वारा साहिब की मार्यादा के विरूद्ध कार्य करने आपराधिक मुकदमें में वांछित होने के चलते सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के तहत निलंबित कर दिया गया। पदों से निलंबित करने के साथ ही सदस्यता भी न्यायालय से दोषमुक्त होने तक निलंबित कर दी गई है। बैठक में सर्वसम्मति से धन्ना सिंह को कार्यवाहक महासचिव नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है।
उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश में स्थित 1250 गुरूद्वारों का संचालन करने वाले ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब की प्रबंधन के लिए बनी कमेटी ग्यारह माह बाद ही फिर शुर्खियों में आ गई। बुधवार को चले घटनाक्रम गुरूद्वारा प्रधान जसविन्दर सिंह गिल की अध्यक्षता में सभागार में अहुत बैठक में सदस्यों की मौजूदगी में लिए गए निर्णय के आधार पर प्रधान ने उपप्रधान सेवा सिंह, महासचिव प्रीतम सिंह सन्धू व सचिव केहर सिंह को पद से निलबिंत करने के साथ ही सदस्यता से खारिज कर दिया है। प्रधान जसविन्दर सिंह गिल ने जारी विज्ञह्रिश्वत में बताया है कि तीनों पदाधिकारियों पर श्री गुरूनानक बालिका इण्टर कालेज प्रधानाचार्य ने सरकारी कार्यों में बाधा तथा अशोभनीय व्यवहार करने का पांच अप्रैल 2017 को मुकदमा दर्ज कराया है।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दी। पदाधिकारियों द्वारा वाद के विरूद्ध उच्च न्यायालय में रिट दायार की गई थी, जोकि उच्च न्यायालय खारिज कर दी गई थी। वहीं सुरक्षा को लेकर सितारगंज के उपजिला अधिकारी विनोद कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी बीएल मधवाल भी मौके पर मौजूद रहे।