HIV को किया जा सकेगा पूरी तरह नष्ट
ह्युमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) यह वायरस या विषाणु भयंकर रोग एड्स उत्पन्न करता है। इस रोग का कोई सटीक इलाज नही है सिवाय बचाव के। इसमें मनुष्य के प्रतिरक्षा तन्त्र खत्म होता रहता है और एक दिन इन्सान भी खत्म हो जाता है। यह वायरस डब्लू.बी.सी को खत्म करता जाता है जो हमे रोगों से बचाती है लेकिन सेल्स खत्म होने से रोगी को हर बीमारी पकड़ लेती है।
हाल ही में विज्ञान के वरदान के रूप में एक रिसर्च हुई। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने जानलेवा एचआईवी संक्रमण से निपटने का नया तरीका ढूंढने का दावा किया है। भारत समेत दुनिया भर में एचआईवी संक्रमित लोगों की तादाद लाखों में है। एंट्रीरेट्रोवायरल की मदद से एड्स पीड़ित ज्यादा समय तक स्वस्थ जीवन जीने में कामयाब हो रहे हैं , लेकिन दवा का सेवन बंद करते ही संक्रमण कार्य वायरस फिर से सक्रिय हो जाते हैं।
नई तकनीक की मदद से उसे पूरी तरह नष्ट किया जा सकेगा। इस तकनीक को किक एंड किल का नाम दिया गया है। दरअसल एंटीरेट्रोवायरल दवा के कारण यह वायरस सीडी 4 प्लस टी सेल्स में छुपकर निष्क्रिय अवस्था में चले जाते हैं। दवा का सेवन बंद करते ही यह फिर से सक्रिय हो जाते हैं। शोधकर्ताओं ने इस समस्या से निपटने के लिए नया सिंथेटिक मॉलिक्यूल विकसित किया है। यह वायरस को पहले सक्रिय करता है और फिर उसे पूरी तरह नष्ट कर देता है।