कल्पना शक्ति का सटीक उपयोग देता है सुखद एहसास

Imagination power
Imagination power का सटीक उपयोग देता है सुखद एहसास

साहित्यिक जगत के कवि कल्पनालोक में ही विचरण करते थे और हमे प्रकृति की खूबसूरती और उससे नजदीकी एहसास करवाते थे। दोस्तों, आखिर कल्पना है क्या ? कल्पना एक शक्ति है और इसका उपयोग करना सभी को आना चाहिए। कल्पना शक्ति को उपयोग एक कला है। इस कला में पारंगत कल्पना शक्ति ( Imagination power ) का अच्छे ढंग से प्रयोग करते हैं।

कल्पना निरभ्र गगन में उन्मुक्त होकर रोचक-रोमांचक उड़ान भरती है। मन और  देह की सीमाओं में आबद्ध नहीं होती। यह मन के सरोवर में तरंगों के समान उठती है और इन तरंगों की लपटें अनंत अंतरिक्ष में व्याप्त हो जाती है। कल्पना जीवन को बहुविध रंगों से  उकेरती है। कल्पना एक शक्ति या क्षमता है।

जब यह ठहरती है तो जीवन नीरस हो जाता है और यह बहती है तो जीवन में नई कोंपले फूटने लगती हैं। यह जिधर भी रहे वहीं सुरम में तरंगों और सरसता का कार्य करती है| सुखद कल्पना शीतल छांव के समान होती है और दुखद कल्पना अंगारों की जलन पैदा करती हैं| कल्पनाओं की बनावट और बुनावट अत्यंत मार्मिक है।




साहित्य की ऐसी तमाम कृतियां हैं, जिनमें विचारों के साथ कल्पनाशीलता का सटीक सामंजस्य होता है और वह सभी सुखद एहसासों से ओत-प्रोत होती है। जब कल्पना परिष्कृत बुद्धि के साथ उड़ान भरती है, तब जीवन के व्यापक अस्तित्व को स्पर्श मिलता है।

जरा इसे भी पढ़ें :