नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन, भ्रष्घ्टाचार और नकली नोटों के खिलाफ मुहिम छेड़ते हुए जैसे ही 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने की घोषणा की है, भ्रष्टाचारियों में अफरा-तफरी का माहौल है। गौरतलब है कि जिन लोगों के पास अथाह मात्रा में कालाधन है, वे प्रधानमंत्री मोदी को जमकर कोस रहे हैं। ऐसे लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि वो अपने इस काले धन को कैसे बचाएं। मगर, मोदी के इस कदम के बाद से ट्विटर में उनका साथ छोड़ने वालों की भी होड़ मच गई है।
अब तक करीब सवा तीन लाख ट्विटर फाॅलोअर्स ने मोदी का साथ छोड़ दिया है। प्रधानमंत्री के ट्विटर अकाउंट पर इसे बड़ी गिरावट माना जा रहा है। जबकि इससे पहले उनके ट्विटर अकाउंट में हमेशा से पफाॅलोअर्स का इजाफा ही देखने को मिला है। शायद ये पहला मौका होगा जब इतनी बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री के फाॅलोअर्स ने ट्विटर अकाउंट पर उन्घ्हें अनफाॅलो किया होगा। सोशल मीडिया में लोग उन्घ्हें अनफालो जरूर कर रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री का ये फैसला स्वागत योग्य है। देश का आम आदमी और ईमानदार लोग थोड़ी परेशानी उठाकर उनके साथ खड़े हैं। वर्तमान में मोदी के फाॅलोअर्स की संख्या 24,242,299 है, जिसके साथ वह देश में सबसे ज्घ्यादा फाॅलो किए जाने वाले नेता बने हुए हैं। एक रोचक फैक्ट यह भी है कि नवंबर महीने में मोदी के हर दिन 25 हजार नए फालोअर्स बन रहे थे।