वाहनों में ढोई जा रही क्षमता से अधिक सवारी

कालाढूंगी । सवारी टैक्सी हो या फिर मालवाहक वाहन सभी में क्षमता से अधिक भार ढोया जा रहा है। नैनीताल को आने वाले पर्यटकों को टैक्सियों में ठूस ठूस कर भरा जाता है जिसमें कोई भी कभी भी बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती है। गर्मी के सीजन के चलते वाहन सभी में क्षमता से अधिक सवारियां ढोने में लगे हुए हैं। अधिक सवारी भरने के कारण दुर्घटनाएं रोज हो रही हैं। एक सप्ताह पूर्व नैनीताल रोड मे दो कारों की आमने सामने हुई भीषण भिड़ंत में नौ लोगों की दांव पर लग गई थी। इस हादसे के बाद भी न तो अवैध रूप से वाहन दौड़ाने वाले और न ही प्रशासनिक तंत्रा सबक ले रहा है। सड़क दुर्घटनाओं में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।

रोज मालवाहकों व टैक्सियों में ठूस ठूस कर यात्रियों सवारियों को ढोया जा रहा हैं। लेकिन प्रशासन के लगातार कार्रवाई के दांवे खोखले साबित हो रहे है। कई बार तो भीड़ इतनी अधिक हो जाती है कि लोग टैक्सी वाहनों में भी लटककर सपफर करते हैं। इन दिनों नैनीताल रोड पर चलने वाले इन वाहनों के लिए आरटीओ से प्रतिवर्ष पिफटनेस भी लेना जरूरी नहीं है। जरूरी है तो प्रतिमाह पुलिस आरटीओ को महीना देना।

यही कारण है कि अवैध् रूप से सड़कों पर दौड़ रहे वाहन मालिकों के हौंसले बुलंद हैं। जरा सी चूक दे सकती है हादसे को दावत कालाढूंगी। सड़कों पर मानकों की ध्ज्जियां उड़ाते हुए स्कूल वाहन भी चल रहे हैं। वह भी क्षमता से अध्कि। इन ओवरलोड स्कूल वाहनों के चलते नौनिहालों की जान हमेशा ऽतरे में बनी रहती है। जबकि कोर्ट ने चिंता जताते हुए 2015 के अंत में सात बिंदुओं की गाइड लाइन जारी की थी। इसमें मालवाहक वाहनों में सवारी नहीं ढोना सहित सात बिंदुओं पर गाइडलाइन जारी की गई थी। इसके बावजूद भी वाहन चालक अपनी मनमानी करते नजर आ रहे हैं।