नई दिल्ली । भारत-बांग्लादेश के बीच सोमवार से शुरू हुई दो दिवसीय गृह सचिव स्तरीय वार्ता में आतंकरोधी तंत्र को मजबूत करने तथा आतंकवादियों और आतंकी संगठन के बारे में सूचना साझा करने के लिए गहन चर्चा हुई। केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि और उनके बांग्लादेशी समकक्ष मोजम्मल हक खान तथा उनकी टीमें खुफिया सूचनाओं को साझा करने और सीमा पार तस्करी को संयुक्त रूप से रोकने पर एकमत दिखीं। अपने सर्वाधिक वांछित अपराधियों को पकड़ने के लिए बांग्लादेश ने भारतीय सहयोग के लिए जोर दिया है। इनमें खासतौर पर बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के हत्यारे और युद्ध अपराध में संलिप्त लोग शामिल हैं।
ढाका में एक कैपफे पर एक जुलाई को हुए आतंकी हमले के घटनाक्रमों और जांच के बारे में दोनों देशों के बीच जानकारी आदान-प्रदान की गई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में दुर्दांत आतंकी संगठन आईएसआईएस की बढ़ती गतिविधियों, बांग्लादेश और कुछ भारतीय राज्यों में जेहादी समूहों की मौजूदगी और उनसे संयुक्त रूप से निपटने के तरीके पर चर्चा हुई। भारत-बांग्लादेश की खुली सीमा पर पशुओं, मादक द्रव्यों और हथियारों की तस्करी का मुद्दा दोनों देशों द्वारा उठाया गया। साथ ही उन्हें रोकने के लिए तरीके खोजने पर भी चर्चा हुई।