रुद्रपुर । किच्छा के भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने भ्रष्टाचार के खिलाफ वह मुहिम छेड़ रहे हैं, क्योंकि जनता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ ही भाजपा को जनादेश दिया है। उन्होंने अटरिया सिडकुल मार्ग के निर्माण की जांच की मांग करते हुए कहा कि इसमें करोड़ों का घपला हुआ है। इसके अलावा सिडकुल में नहर के सौंदर्यकरण में भी बड़ा खेल हुआ है।
विधायक ने कहा कि जैसे आयुक्त ने एनएच घोटाले का संज्ञान लिया है उसी प्रकार उन्हें चकबंदी में हुए अरबों के खेल का भी संज्ञान लेकर जांच करनी चाहिए। श्री शुक्ला ने एक होटल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने छह पीसीएस अफसरों को निलंबित करके इसका संकेत भी दिया है कि भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश निर्माण निगम के कार्यों की जांच कराए। बताया कि उन्होंने 40 करोड़ की लागत से सिडकुल अटरिया रोड स्वीकृत कराई थी। इस सड़क का निर्माण आज तक पूरा नहीं हुआ। पांच ठेकेदार बदल चुके हैं।
जो सड़क बनी थी वह भी उखड़ गई। इसकी जांच होनी चाहिए। कहा कि सिडकुल में नहर के सौंदर्यकरण के नाम पर बड़ा खेल खेला गया। इसकी जांच भी एसआईटी, सीबीआई अथवा सेवानिवृत न्यायिक अफसर से कराई जानी चाहिए। उन्होंने अरबों के एनएच घोटाले का खुलासा करने वाले कुमाऊं कमिश्नर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें चकबंदी विभाग में हुए बड़े घोटाले का भी खुलासा करना चाहिए। किच्छा क्षेत्र में ही करोड़ों की जमीनों को चकबंदी अधिकारियों ने ठिकाने लगा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को यह जांच करानी चाहिए कि कुमाऊं में एक ही खनन अधिकारी दस साल से कैसे जमा हुआ है। उनका आरोप है कि उक्त अधिकारी ने करोड़ों की संपत्ति बनाई है। उनकी खनन माफियाओं से सांठगांठ है। उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए। कहा कि शराब बंदी पर बहस होनी चाहिए।
उनका मानना है कि शराब को चरणबद्ध तरीके से बंद की जानी चाहिए। इसके अलावा नशे के सभी पदार्थों पर रोक लगनी चाहिए। कहा कि यह दुर्भाग्य है कि टीसीडी में भ्रष्टाचार करने वाले अफसर अभी भी पद पर काबिज हैं। ऐसे अफसरों के खिलाफ जांच होनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि टीडीसी का वही स्वर्णिम काल स्थापित करने के लिए कम से कम 50 करोड़ की धनराशि मुक्त की जाए। श्री शुक्ला ने कहा कि शिक्षा व स्वास्थ्य के प्राइवेट सेक्टर बहुत महंगे हैं। इनमें माफिया वर्ग विकसित हुआ है। सरकार को इसे खत्म करने की पहल करनी चाहिए। विधायक ने कहा कि जब अमेरिका में एक ही किताब बच्चों को स्कूल पढ़ाई के लिए देते हैं तो हिन्दुस्तान में हर साल दो चार पन्ने बदल कर हर साल पैटर्न क्यों बदला जाता है। एनसीएआरटी की पुस्तकें स्कूल क्यों नहीं लगाते। हर साल पैटर्न क्यों बदलते हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए। पत्रकार वार्ता में भाजपा नेता विजय पफुटेला एवं उत्पल दीक्षित मौजूद थे।