Investment में बरते कुछ सावधानियां
गौर करें तो बाजार जरूर ऊपर चढ़ा है लेकिन यह भी सच है कि इस साल के लिए निवेश ( Investment ) से संबंधित फैसले पर निवेशक को एक बार फिर से विचार करने की जरूरत है। एक और बाजार यहां कुलाचे मारते हुए आगे बढ़ रहा था। ऐसे में हाशिए पर गए निवेशकों ने मौके को एक्टिविटी बैलेंस स्कीम में निवेश कर म्यूच्यूअल फंड के रास्ते अपना अच्छा खासा कोष बना लिया।
इस वर्ष जैसे-जैसे ज्यादा निवेशक बाजार में प्रवेश करते रहेंगे। उनके लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि वह अपने निवेश और उम्मीदों की सीमा तय करें बाजार में पहली बार कदम रखने वाले इक्विटी के निवेशकों के लिए यह ज्यादा महत्वपूर्ण है। म्यूच्यूअल फंड उद्योग के लिए साल 2017 एक यादगार साल रहा है। इस उद्योग का एयूएम 21 लाख करोड रुपए के आंकड़ों को पार कर गया जबकि 18 महीने पहले यह काफी कम था।
बाजार में रहता है उतार -चढ़ाव
क्योंकि पिछले 2 साल में भारतीय इक्विटी बाजार काफी तेज दिखा चुका है और उनका मूल्यांकन भी काफी हद तक खींचा जा चुका है इसलिए इसकी संभावना काफी ज्यादा है कि बाजार में थोड़ा उठापटक देखने को मिले ऐसे अवसरों पर डेट की उपस्थिति उतार-चढ़ाव के दौरान झटका सहन करने की शक्ति प्रदान करेगी।