Investors Summit Uttarakhand
विकासनगर। Investors Summit Uttarakhand जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने माह अक्टूबर 2018 में इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर करोड़ों रूपया पानी की तरह बहाकर झूठी वाह-वाही लूटने का काम किया। सरकार द्वारा दावा किया गया था कि 673 कम्पनियों ने 124765 करोड़ का एमओयू साइन किया है।
मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए नेगी ने कहा कि वास्तविकता यह है कि इन 6 महीनों में अब तक मात्र 102 प्रोजेक्ट के 13395 करोड़ के निवेश पर हवाई कार्यवाही चल रही है तथा धरातल पर अभी तक कुछ भी निवेश नहीं हो पाया है, जबकि सरकार हजारों करोड़ के निवेश का दावा कर चुकी है।
नेगी ने कहा कि राज्य गठन से लेकर मार्च 2018 तक बड़ी इकाईयों के रूप में मात्र 27969 करोड़ का ही निवेश किया गया था तथा वर्ष 2018-19 (जनवरी 2019) तक बड़ी इकाई के रूप में मात्र 125 करोड़ का केवल एक ही निवेश हो पाया, यानि इन्वेस्टर्स समिट वाले निवेश कहाॅं चले गये तथा लाखों युवाओं के रोजगार का क्या हुआ।
सच्चाई जनता के सामने है
सरकार के मन्त्री श्री कौशिक द्वारा माह मार्च 2019 में समाचार पत्रों के माध्यम से 40 हजार करोड़ एवं मुख्यमन्त्री द्वारा 13 हजार करोड़ के निवेश की खुले मंच से घोषणा की गयी थी, जिसकी सच्चाई जनता के सामने है। नेगी ने कहा कि सरकार प्रदेश की जनता को छलने का काम कर रही तथा खासकर युवाओं को नौकरियों का सपना दिखाकर उनके भविष्य से खिलवाड़ करने का काम कर रही है।
सरकार झूठे आंकड़े पेश कर जनता को अधिक दिनों तक गुमराह नहीं कर सकती। मोर्चा ने युवाओं से इन आंकड़ेबाजों से सावधान रहने की अपील की। पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, ओम प्रकाश राणा आदि उपस्थित रहे।