हर नागरिक पर छह डिवाइस की तैयारी IOT
हमारे घरों में उपस्थित होम अपलाइनसेंस और डिजिटल उपकरणों की अपनी दुनिया है, डिजिटल क्रांति उन्हें नया स्वरूप देने जा रही है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स यानी IOT के जरिए उन्हें इंटरनेट नेटवर्क से जोड़ा जाने लगा है, जो उन्हें कहीं से भी निर्देशित करता है और उपयोग करने योग्य बना देता है।
इसका अनुमान है कि 2022 तक हर व्यक्ति पर औसतन 6 ऐसे उपकरण होंगे इनमें वाशिंगटन मशीन प्रिंटर सिक्योरिटी डिवाइस से लेकर शरीर में लगाई जाने वाली हेल्थ मॉनिटर चीफ तक शामिल होगी। इन 4800 करोड़ उपकरणों को एक दूसरे से जोड़ने की शुरुआत हो चुकी है।
क्या होगा भारत में इसका स्वरूप
हमारे शहरों में वायरलेस इंटरनेट कीपैड पुख्ता हुई है, वही गांव में केंद्र सरकार ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से तेज इंटरनेट पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इनका असर आईओटी पर भी होगा सबसे अधिक आबादी वाले देशों के साथ-साथ इन वस्तुओं के बाजार के रुप में भी हम बहुत विशाल है। ऐसे में विश्व के लिए आईओटी की लोकप्रियता और सफलता भारत में इसके प्रदर्शन पर निर्भर होगी।